पुलिस की पिटाई से घायल हुए रिटायर्ड प्रधानाध्यापक टीकाराम की 15 दिन बाद मौत हो गई। विरोध में ग्रामीणों ने हाईवे जाम करने की कोशिश की। आरोपित दारोगा के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसे गुरूवार को गैर इरादतन हत्या में तरमीम कर दिया गया।
भोजीपुरा के इटौआ के केदारनाथ गांव निवासी रिटायर्ड प्रधानाध्यापक टीकाराम के बेटे ताराचंद्र का चार जनवरी को गांव के ही देवीदास से विवाद हो गया था। टीकाराम के बेटे भूदेव का आरोप है कि हल्का दारोगा हरपत सिंह सिपाहियों के साथ पिता को थाने ले गए, जहां उनकी जमकर पिटाई की। इससे उनके सिर में गंभीर चोट आई। जिससे उनकी मौंत हो गई।