पेयजल योजना के जिम्मेदार अफसर 30 जून के बाद जाएंगे जेल

वाराणसी

CM Yogi Adityanath गंगा नदी में प्रदूषण को लेकर काफी सख्त हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गंगा निर्मल और अविरल बनाने के लिए बिजनौर से लेकर बलिया तक 25 जिलों में गंगा कमेटियां बनाई जाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जांच कमेटी द्वारा खामी वाली कानपुर की टेनरियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।

1000 करोड़ खर्च करने के बावजूद प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी के लोग पानी के लिए परेशान हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि वाराणसी पेजयल पाइप लाइन योजना से वर्ष-2010 से लेकर 30 जून, 2019 तक जुड़े रहे अफसरों की जवाबदेही तय की जाए और जिन लोगों की वजह से यह योजना अभी तक पूरी नहीं हो सकी है, उनको जुलाई के पहले सप्ताह में जेल भेजा जाए।

बैठक में मुख्यमंत्री के साथ नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, राज्य मंत्री गिरीश यादव, मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पाण्डेय और CM के प्रमुख सचिव एसपी गोयल आदि वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक की अन्य खास बातें-
– एक हजार करोड़ खर्च करने के बावजूद काशी के लोग पानी के लिए परेशान
– योगी गंगा के प्रदूषण को लेकर काफी सख्त
– गंगा को निर्मल और अविरल बनाने के लिए बिजनौर से लेकर बलिया तक 25 जिलों में  गंगा कमेटी बनाने के निर्देश
– अंतिम सांस ले रहा है जल निगम, वेंटिलेटर पर रखकर उसे जिंदा नहीं रख सकते
– नगर विकास, वन एवं पर्यावरण, पंचायती राज और सिंचाई विभाग राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक के लिए तैयार करें कार्य योजना
– लोगों को जागरुक कर नदियों में मूर्ति विसर्जन एवं शवों के जल प्रवाह को रोका जाए
– कमेटी की जांच में खामी वाली कानपुर की टेनरियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए
– राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय विद्वान भाग लेंगे
– बैठक के लिए गढ़मुक्तेश्वर, कानपुर, प्रयागराज या वाराणसी में किसी एक जगह के चयन के निर्देश

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