इतना बदल जाएगा यमुना का किनारा, जानिए क्या चल रहीं तैयारी

आगरा

रिवरफ्रंट डवलपमेंट में Tajnagri में Yamuna किनारे की सूरत बदल जाएगी। इसे Tourist Jone के रूप में विकसित किया जाएगा। असंरक्षित स्मारकों के संरक्षण के साथ ही मुगलिया चारबाग पद्धति पर गार्डन बनाए जाएंगे। रामबाग से लेकर मेहताब बाग तक के लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान भी बनेगा।

Agra में विश्व बैंक की सहायता से प्रो-पुअर टूरिज्म डवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत रिवरफ्रंट डवलपमेंट का काम होना है। इसमें रामबाग से मेहताब बाग तक काम होगा। कंसल्टेंट कंपनी एएनबी द्वारा गुरुवार शाम DM कैंप Office में प्रस्तुतिकरण दिया गया। यमुना में पानी नहीं होने से DM NJ Ravi कुमार ने पहले चरण में पर्यटकों को नदी में भ्रमण कराने के प्रस्ताव को शामिल नहीं करने को कहा। रामबाग से मेहताब बाग तक जाने वाली सड़क का ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान बनाने के निर्देश भी उन्होंने दिए। यमुना किनारे पर रामबाग से मेहताब बाग के बीच सुल्तान परवेज का मकबरा समेत कई स्मारक हैं जो Indian पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित नहीं है, उनका संरक्षण किया जाएगा। एएसआइ को इसमें कोई आपत्ति नहीं है।

यमुना किनारे स्थित जगह को मुगल गार्डन की तरह विकसित किया जाएगा। यहां नजूल की जमीन पर वर्तमान में नर्सरियां चल रही हैं, लेकिन मुगल काल में यहां उद्यान थे। खाली जगह पर लैंड स्केपिंग भी होगी। जिला प्रशासन ने नजूल की जमीन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। बैठक में प्रोजेक्ट की देखरेख का भी सवाल उठा। इस पर लखनऊ से आई प्रो-पुअर टूरिज्म की टीम ने 10 वर्ष तक देखरेख स्वयं करने का प्रावधान प्रोजेक्ट में शामिल होने की बात कही।

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