Assam के लोग भयानक बाढ़ का सामना कर रहे है। Assam में शुक्रवार को दोपहर 2 बजकर 51 मिनट पर Earthquake के तेज झटके महसूस किए गए। ये झटके दूसरे पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों में भी महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर Earthquake की तीव्रता 5.9 मापी गई। Earthquake का केंद्र अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग में था। Earthquake से किसी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।
Earthquake के झटकों से लोगों में घबराहट फैल गई। बाढ़ के चलते सुरक्षित स्थानों में ठहरे हुए लोग Earthquake के झटकों के कारण खुले मैदान की ओर भागने लगे। Assam के लोग इस समय भयानक बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में बाढ़ के कारण 54 लाख लोग विस्थापित हुए हैं जबकि मरने वालों की संख्या 37 हो गई है। राज्य के 33 में से 28 जिले बाढ़ की चपेट में हैं।
Assam राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार का कहना है कि, 53,52,107 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं इसी साल अप्रैल में 5.2 तीव्रता के Earthquake के झटके महसूस किए गए थे। Earthquake का केंद्र जमीन की सतह से 50 KM गहराई में था। इस Earthquake के बाद दहशत के कारण लोग घरों से बाहर निकल आए थे। Earthquake से जानमान का नुकसान नहीं हुआ था।
गुवाहाटी एवं अन्य हिस्सों में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां खतरे के निशान से पार बह रही हैं। Assam में 4000 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। Assam में सबसे ज्यादा प्रभावित जिला बारपेटा है जहां 13.48 लाख लोग इसकी चपेट में हैं। आपदा प्रबंधन ने बताया है कि 1080 कैंपों में 2.6 लाख विस्थापितों ने शरण ली है। जिला प्रशासनों ने 689 राहत कैंप स्थापित किए हैं। NDRF और SDRF की टीमें फंसे लोगों को निकालने में दिन-रात जुटी हैं।