सोनभद्र के उम्भा में हुए खूनी संघर्ष को शुक्रवार को CM Yogi Aditya Nath ने विधानसभा में दुखद बताया। साथ ही कहा, सरकार दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए पीड़ितों को न्याय दिलाएगी।
इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही शुरु होते ही नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने मामला उठाते हुए बोलना शुरु किया ही था कि संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि इस घटना पर नेता सदन जानकारी देना चाहते हैं। रामगोविंद और बसपा नेता लालजी वर्मा ने कहा कि अभी उन्होंने अपनी बात नहीं रखी है।
उनका पक्ष सुनने के बाद ही नेता सदन जवाब दें। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नेता सदन व नेता प्रतिपक्ष खड़े हों तो पहले नेता सदन की सम्मान किया जाता है। इसी बीच CM Yogi Aditya Nath ने बोलना शुरु कर दिया। इस पर विपक्ष के सदस्य अपनी सीटों पर खड़े हो गए । सपा सदस्यों ने सरकार विरोधी नारे लिखे Play Cards दिखाते हुए नारे लगाने लगे। बाद में सपा व कांग्रेस के सदस्य वेल में आ गए।
CM ने कहा कि विंध्याचल मंडल मिर्जापुर के कमिश्नर व अपर Police महानिदेशक वाराणसी जोन की जांच रिपोर्ट का कहना है कि यह प्रकरण वर्ष 1955 से चला आ रहा है । दोनो पक्षों के बीच कई मुकदमें राजस्व न्यायालय में चल रहे हैं। आपराधिक वाद भी लंबित हैं। पीड़ित पक्ष विवादित भूमि पर लंबे समय से खेती करते चले आ रहे है।