2 महीने से जीवन रक्षक दवाओं का संकट झेल रहे GAVM Medical College के हैलट Hospital को शासन ने 6 करोड़ रूपये जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही दवाओं के संकट के संबंध में प्रमुख सचिव डॉ. रजनीश दुबे ने प्राचार्या डॉ. आरती लालचंदानी और प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके मौर्या को Phone करके स्थिति पूछी।
इस संबंध में जवाब भी मांगा गया है। CM कार्यालय ने भी इस संबंध में जानकारी ली। हैलट Hospital में जीवन रक्षक दवाओं की किल्लत 3 महीने से बनी हुई है। आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को भी बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं।
हैलट Hospital में Medicine एवं रसायन का वार्षिक बजट 12 करोड़ रूपये का है। बजट के साढ़े 3 करोड़ रूपये से बीते वित्तीय वर्ष की उधारी चुकाई गई। बचे पैसे से दवाओं, ऑक्सीजन और रसायन का इतंजाम किया गया। 3 महीने पहले जब Medicine की किल्लत शुरू हुई तो प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने दवाओं की खरीद के लिए वित्तीय अनुमति के लिए प्रस्ताव भेजा। वित्त नियंत्रक ने इसे वापस कर दिया। 2 महीने पहले फिर 4.5 लाख रूपये का प्रस्ताव भेजा गया। इस पर भी अनुमति नहीं मिली। Stack की Medicine भी धीरे-धीरे खत्म होने लगी।