Congress की National General Secretary Priyanka Gandhi के सामने शुक्रवार को पार्टी की कनपुरीया गुटबाजी उभर कर सामने आ गई। महानगर संगठन का अध्यक्ष चुनने के लिए बुलाई गई इस बैठक में शहर से पहुंचे कांग्रेसियों से Priyanka ने एक सवाल पूछा कि कानपुर में संगठन मजबूत है तो चुनाव क्यों हार जाते हैं। जवाब में अधिकतर दावेदारों ने एक स्वर में पार्टी के दो दिग्गज नेताओं की गुटबाजी को इसका कारण बताया। इस पर बैठक में पहुंचे दक्षिण के एक कद्दावार नेता के चार-चार समर्थकों ने मामला संभालने की कोशिश की। पार्टी के प्रति कद्दावर नेता के योगदान के चर्चे, फैन क्लब, महिलाओं के संगठन आदि की उपलब्धियां गिनाईं। इस पर प्रियंका ने पूछा कि जब वह इतने मजबूत हैं तो फिर उपचुनाव लड़ने से क्यों इंकार कर दिया। इस पर समर्थक शांत हो गए।
शहर संगठन में सक्रिया एक नेता ने कहा कि शहर के इन दो दिग्गज नेताओं ने पार्टी के लिए बहुत योगदान किया है, लेकिन संगठन को बरबाद कर दिया। जब वह चुनाव लड़े तो इनकी गुटबाजी के कारण ही हार गए। बैठक के दौरान इन्हीं दोनों नेताओं पर ही ज्यादातर समय चर्चा चली। इसके बाद प्रियंका ने पार्टी और संगठन को मजबूत करने के बारे में सुझाव दिया। कहा कि स्थानीय चुनाव के प्रत्याशियों को चुनने का अधिकार जिला स्तर की कमेटी को मिले।
शहर अध्यक्ष हरप्रकाश अगिनहोत्री ने Karishma Thakur के चुनाव की रिपोर्ट सौंपी और मंदी पर अभियान चलाने का सुझाव दिया। महेश दीक्षित, पवन गुप्ता, जेपी पाल, अमरीश सिंह, इरफान, डॉ. शैलेंद्र दीक्षित, महेश दीक्षित, शरद मिश्रा आदि नेताओं ने भी अपनी – अपनी बात कही। शहर अध्यक्ष की पैरवी पर सूची में नाम न होने के बावजूद शहर से गए कृपेश त्रिपाठी और संदीप शुक्ला से भी प्रियंका ने मुलाकात की । इन दोनों ने भी उनसे अपनी बात कही।