इटावा: शहर के लाइनपार क्षेत्र के अड्डा ठाकुर में बीती शाम आकाशीय बिजली गिरने से एक मकान की छत, सीढ़ी (जीना) और दीवारें दरक गईं और एक के बाद एक तीन मकानों में हजारों की कीमत के उपकरण जल गये। गनीमत रही मकानों में रह रहे लोग बाल – बाल बच गये।
गौरतलब है कि शुक्रवार को यहां मौसम खराब होने के दौरान हुई तेज बारिश के बाद सांयकाल नगर के उत्तरी ओर बसे अड्डा ठाकुर में राजेंद्र सिंह पुत्र स्व. रामभरोसे सिंह के पक्के मकान के ऊपर तेज कड़कती हुई आकाशीय बिजली गिरने से मकान के पिछले हिस्से की कंक्रीट की छत दरक (चिटक) गई, चूंकि बिजली गिरने का मुख्य केंद्र सीढियों (जीने) की ऊपरी भाग की छत की गुमटी थी, कंक्रीट की बनी इस गुमटी को भेदती हुई बिजली सीढ़ियों व मकान की दीवारों से जा टकराई जिससे सीढ़ियां दरक गईं और दीवारें जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गईं तथा मकान की दीवारों में विद्युत की समूची वायरिंग में तेज करंट फैलने से एल सी डी टी.वी., फ्रिज, इन्वर्टर, मंहगा टच मोबाइल, सभी लाइटें व वायरिंग पूरी तरह जल गयी।
इस आकाशीय बिजली ने बगल में कृष्णा देवी पत्नी स्व. मूलचन्द्र के मकान को भी अपनी चपेट में लिया इनके मकान के कुछ हिस्से की छत व दीवारें चटक गईं और घर में इन्वर्टर, लाईटें, चार सीलिंग फैन, इन्डेक्सन व मकान की वायरिंग आदि जल गई। यहां आकाशीय बिजली का प्रभाव इतना शक्तिशाली था कि तीसरे अनुराधा पत्नी अवधेश प्रताप के मकान में इन्वर्टर, ४ सीलिंग फैन, फ्रिज, टी.वी. व मकान की लाइटें भी बुरी तरह जल गयीं।
यहां आकाशीय बिजली गिरने के दौरान तीनों घरों के सभी सदस्य अपने – अपने मकानों के बाहरी बरामदों में थे जिससे कोई भी जनहानि बाल – बाल बच गई। घटना की सूचना पर आज सदर तहसील की टीम ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया है। इसके बाद क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता अजय सिंह कुशवाहा ने तहसीलदार सदर से वार्ता की उन्होंने पीड़ितों को शासन से सहायता दिलाने का भरोसा दिया है।
रिपोर्टरः बीपी पाण्डेय