छिबरामऊ में Sleeper- Busसे भिड़ंत के बाद ट्रक के Diesel Tank का फटना ही हादसे की मुख्य वजह था। दूर तक Diesel छिटकने की वजह से ही बस आग का गोला बनी थी। कन्नौज ARTO संजय कुमार झा की जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है।
जांच में पता चला कि हादसाग्रस्त बस सीटर थी, जिसे बाद में Sleeper जोड़कर बनाया गया था। फर्रुखाबाद ARTO कार्यालय में बाकायदा फीस लेकर इसका पंजीयन हुआ था। बस माल लाने-जाने के अवैध कारोबार में भी लिप्त थी। इससे संभागीय परिवहन विभाग भी सवालों के घेरे में है।
हैरान करने वाले तथ्य सामने आने के बाद परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने तकनीकी जांच की जिम्मेदारी आगरा मंडल के उप परिवहन आयुक्त कुशवाहा को सौंपी है, वहीं परिवहन निगम ने अपनी जांच में हादसे का कारण कोहरे की बजाय ओवरस्पीड को बताया है।
फिलहाल प्रशासन मामले की जांच में जुटा है। DNA Test से शिनाख्त के लिए सभी कंकाल की हड्डियों को फॉरेंसिक टीम Lucknow ले गई है वहीं शनिवार रात विधि विज्ञान प्रयोगशाला के डिप्टी डायरेक्टर ने भी मौके पर पहुंचकर छानबीन की।शुक्रवार को फर्रुखाबाद से जयपुर के लिए रवाना हुई विमल चतुर्वेदी बस सर्विस की स्लीपर बस छिबरामऊ से 5 किमी आगे ग्राम घिलोई खास के पास ट्रक से भिड़ गई थी।