बेंगलुरु में CAA के विरोध में आयोजित ओवैसी की रैली में Pakistan के समर्थन में नारा लगाकर हंगामा मचाने वाली अमूल्या को गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने उसकी जमानत से इंकार कर दिया।
गुरुवार को बेंगलुरु में असदुद्दीन ओवैसी ने CAA के विरोध में रैली आयोजित की थी जिसमें मंच पर बोलने के लिए अमूल्या को बुलाया गया था। इसी दौरान 19 वर्षीय अमूल्या ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाया जिसके बाद उसपर देशद्रोह का आरोप लगाया गया।
पश्चिम बेंगलुरु के डीसीपी बी रमेश ने कहा, ‘हमने अमूल्या के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर लिया है।’ गुरुवार को वहां CAA के विरोध में रैली निकाली गई। रैली के दौरान अमूल्या ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाया इसलिए उसपर देशद्रोह का आरोप लगा और उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
चिकमंगलुरु में रहने वाले अमूल्या के पिता ने इस वाकये पर हैरानी जताई लेकिन इसपर चकित नहीं हुए कि उनकी बेटी परेशानी में है। अमूल्या के पिता के आसपास कुछ अज्ञात लोग खड़े थे। उन्होंने कहा, ‘अमूल्या ने जो कहा वह गलत कहा। वह कुछ मुस्लिमों के साथ जुड़ गई हैं और मेरी नहीं सुनती।’
‘सेव कॉन्स्टिट्यूशन’ नाम की संस्था ने अमूल्या को मंच पर बोलने के लिए लाया था। अमूल्या ने जैसे ही मंच पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए वहां मौजूद ओवैसी समेत अन्य लोगों ने उससे माइक ले लिया और पुलिस की मदद से मंच से उतारा।
अमूल्या पर आईपीसी की धारा 124 ए के तहत देशद्रोह का मामला लगाया गया। ओवैसी ने कहा कि मैं इस घटना की निंदा करता हूं। वो महिला हमारे साथ जुड़ी हुई नहीं है। हमारे लिए भारत जिंदाबाद था, जिंदाबाद रहेगा।