40 लाख रुपए रुपए लुट का खुलासा, पढ़े पूरी खबर

उत्तर प्रदेश

जयपुर. ग्रामीण जिले के विराट नगर इलाके में बीलवाड़ी के जंगल में 18 जून को एक व्यवसायी के सेल्समैन से हुई 40 लाख रुपए की लूट का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। वारदात का मास्टरमाइंड व्यवसायी का ड्राइवर था। उसने अपने साथी हेल्पर और अन्य दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी ड्राइवर सहित चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 17 लाख रुपए, वारदात में इस्तेमाल कार और बाइक भी बरामद की।

जयपुर रेंज आईजी पीएस. सेंगाथिर ने बताया कि गिरफ्तार आराेपी जनक सिंह (26) निवासी पिथौरागढ़, उत्तराखंड, आरोपी अर्जुन बर्मन (22) निवासी कूच बिहार पश्चिम बंगाल, आरोपी रोहित जाट (20) निवासी रामनगर, सोढाला और उमेश सिंह (20) निवासी नंदपुरी सोढाला है। इसके अलावा सोढाला निवासी अमन गुर्जर, कुलदीप सिंह और बानसूर अलवर निवासी हेमेंद्र सिंह उर्फ कल्ली फरार चल रहे हैं। इनकी तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है।

यह है डकैती से जुड़ी वारदात की कहानी
जयपुर में श्याम एसोसिएट्स के मुनीम योगेंद्र कुमार बांदीकुई, महवा दौसा, नगर भरतपुर और अलवर व थानागाजी से फर्म का 40 लाख रुपए विभिन्न दुकानदारों से कलेक्शन कर कार से जयपुर लौट रहे थे। कार को फर्म का ही ड्राइवर और मास्टरमाइंड जनक सिंह चला रहा था। वे लोग विराट नगर इलाके में बीलवाड़ी के जंगलों से गुजर रहे थे। तभी पुलिया के समीप कार व बाइक पर आए बदमाशों ने हथियार दिखाकर कार को रूकवाया। इसके बाद योगेंद्र कुमार को बाहर निकालकर मारपीट की और कार का शीशा तोड़कर 40 लाख रुपए से भरा बैग लूटकर भाग निकले। इस संबंध में योगेंद्र कुमार ने विराट नगर थाने में केस दर्ज करवाया।

50 पुलिसकर्मियों की पांच टीमें गठित की गई

वारदात के बाद जयपुर ग्रामीण शंकरदत्त शर्मा के निर्देशन में करीब 50 पुलिसकर्मियों की टीम ने पड़ताल शुरू की। योगेंद्र कुमार जहां भी रुपए कलेक्शन करने गया। जिस रूट उसकी कार गुजरी। वहां आसपास मौजूद लोगों व गाड़ियों के सीसीटीवी फुटेज जुटाए गए। तब गैंग का पता चला। इसके बाद पुलिस टीम ने मास्टरमाइंड ड्राइवर जनक सिंह, हेल्पर अर्जुन और उनके दो साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जिसमें उन्होंने वारदात को स्वीकार किया।

10 साल से व्यवसायी के पास ड्राइवर की नौकरी करता है आरोपी

एसपी शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि आरोपी जनक सिंह पिछले करीब 10 साल से व्यवसायी के पास ड्राइवर की नौकरी करता है। कुछ दिनों पहले उसने हेल्पर अर्जुन के साथ शराब पी। तब जल्द रुपया कमाने के लालच में डकैती की साजिश रची। जनक सिंह को पता था कि पांच से सात दिनों में मुनीम योगेंद्र रुपए कलेक्शन करने जाता है। वह लॉकडाउन की वजह से कलेक्शन नहीं कर सका था। ऐसे में लॉकडाउन खुलने पर एक साथ लाखों रुपए कलेक्शन होगा। जिसे लूटकर वे अमीर बन सकते हैं।

रिपोर्टर बीपी पाण्डेय

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