अब नहीं होगी कैंसर से किसी की भी मौत ऐसा पकड़ा जाएगा कैंसर स्तर

डीएनए प्रोटीन की निशानदेही से स्तर कैंसर पहले ही पकड़ में आ जाएगा और रोग पैदा करने वाली कोशिकाओं को उभरने के पहले ही मारकर रोगी की जान बचा ली जाएगी। कैंसर बनने के पहले डीएनए में आने वाले बदलाव से रोगी की निशानदेही की जाएगी। स्तन और खून की कोशिकाओं के डीएनए से जांच की जाएगी। इस संबंध में मेडिकल कालेज के सर्जरी और बायो केमिस्ट्री विभाग ने ताजा शोध शुरु कर दिया है। अभी रोग तीसरी और चौथी स्टेज में पता चलता है। इस पर स्तर काटना पड़ता है।

बहुत छोटी गांठ के कैंसर बनने में पांच से 10 साल लगते है। किसी प्रकार की तकलीफ न होने से अक्सर महिलाएं ध्यान नहीं देतीं है। बाद में गांठ के मांस की बायोप्सी कराने पर पता चल पाता है। हैलट के सर्जरी विभाग आने वाले स्तन कैंसर की 80 फीसदी रोगी तीसरी और चौथी स्टेज में आती हैं। सर्जरी के बाद दोबारा कैंसर के होने का खतरा रहता है। शोध के प्रिंसिपल इन्वेस्टीगेटर डॉ. जीडी यादव ने बताया कि इसमें महिला रोगी के ब्लड की कोशिका से डीएनए प्रोटीन की जांच की जाएगी।

गड़बड़ी होने पर डीएनए में सुरक्षा देने वाली प्रोटीन में बदलाव आने लगता है। ऐसी कोशिकाओं को नष्ट कर दिया जाएगा। इससे रोग वहीं खत्म हो जाएगा। इस स्थिति में रोग फैलाने वाली कोशिकाओं की संख्या बहुत कम होती है। इस शोध में बायोकेमिस्टी विभाग प्रमुख डॉ. मोहम्मद अतहर भी शामिल है। मेडिकल कालेज की इथिक्स कमेटी की अनुमति मिलाने के बाद इस पर काम शुरु हो गया है।

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