मॉनसूनी बारिश का इंतजार कर रहे शहरवासी गुरुवार को तरबतर हो गए, गर्मी और उमस से राहत मिली तो मौसम भी सुहावना हो गया। मौसम विभाग की मानें तो अभी आने वाले चार दिनों तक ऐसे ही बारिश के आसार बन रहे हैं। मामूली बारिश में ही शहर में नला सफाई और जलनिकासी की व्यवस्था की पोल खुल गई। वहीं कानपुर देहात में बिजली गिरने से दस लोग झुलस गए और 45 बकरियां मर गईं।
गुरुवार को सुबह से शुरू हुई बारिश से गीतानगर, मोतीझील, मैगजीन घाट, नवाबगंज, दादानगर, गांधीनगर समेत कई जगह खोदी सड़कें खतरनाक हो गई। फिसलन बढ़ने के कारण कई वाहन सवार फिसल कर गिर गए और चटुहिल हो गए। सोसाइटी क्षेत्र में सड़क न होने और पानी भरने के कारण लोगों का निकलना मुश्किल हो गया। PWD ने अभीतक शारदानगर क्रासिंग से लेकर नमक फैक्ट्री तक दोनों तरफ बनाया नाला जोड़ा नहीं है, इसके चलते जल भराव हो गया। महाबलीपुरम कल्याणपुर में सीवर लाइन चोक होने के कारण बारिश में क्षेत्र में पानी भर गया, जिससे घरों से निकलने के लिए लोगों को जूझना पड़ा रहा है।
कल्याणपुर में पनकी रोड किनारे जवाहरलाल नेहरु इंटर कॉलेज के सामने नाला बंद होने से जलनिकासी नहीं हुई, जिससे घरों और दुकानों में पानी भर गया। यहां पर लोगों ने नाला पूरी तरह से बंद कर रखा है, जिससे नाला की सफाई नहीं होने से पानी की निकासी बंद है। इसी तरह गांधीनगर, रामबाग, कौशलपुरी, दर्शनपुरवा, ग्वालटोली, सूटरगंज समेत कई जगह गली पिट चोक होने के कारण पानी भर गया। मेहरबान सिंह का पुरवा में नहर की सफाई मे निकली सिल्ट सिंचाई विभाग ने सड़क पर फैला दी, जिससे बारिश होने पर फिसलन हो गई। महापौर प्रमिला पांडेय के आदेश के बाद सिंचाई विभाग ने सफाई शुरू कराई।