नागरिक संशोधन कानून को लेकर प्रदर्शन के दौरान बाबूपुरवा हिंसा में घायल और मृतकों के स्वजनों की ओर से पुलिस की घेराबंदी और तेज कर दी गई है। हिंसा में मारे गए आफताब की मां की ओर से भी पुलिस के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने को लेकर अदालत में सीआरपीसी की धारा 156(3) के तहत याचिका दाखिल की गई है।
नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर दिसंबर में प्रदर्शन के दौरान हुए बवाल में तीन लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा में मारे गए आफताब की मां नजमा की ओर से अदालत में पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि आफताब की मौत उपद्रवियों की गोली से नहीं, बल्कि पुलिस की गोली से हुई। नजमा के वकील मोहम्मद नासिर खान ने बताया कि अदालत में आफताब की मेडिकल रिपोर्ट और मौके के फोटोग्राफ्स व वीडियो का साक्ष्य के तौर पर पेश किया गया है। मेडिकल रिपोर्ट में साफ है कि उसके पेट में जो घाव है, वह दूर से गोली चलाने पर ही आ सकता है।