चीन को मात देने को उठा एक और बड़ा कदम, भारोत्तोलन महासंघ ने किया चीनी कंपनी का बहिष्‍कार

अंतराष्ट्रीय

पूर्वी लद्दाख में हिंसक झड़प में 20 सैनिकों के शहीद होने के एक सप्ताह बाद चीन से आने वाले उपकरणों को खराब बताते हुए भारतीय भारोत्तोलन महासंघ ने आज चीनी खेल उपकरणों के बहिष्कार की मांग की. गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की हकरत के बाद देशभर में चीनी सामनों का बायकॉट करने का दौर शुरू हो गया है।

खेल जगत भी इस मामले में कदम उठाने की तैयारी कर रहे हैं. एक चीनी कंपनी आईपीएल की स्‍पॉन्‍सर भी है और अब बीसीसीआई इसके साथ सभी तरह से संबंध तोड़ने के लिए अगले सप्‍ताह मीटिंग करेगा. वह बीसीसीआई से पहले भारतीय वेटलिफ्टिंग संघ ने इस दिशा में बड़ा कदम उठा लिया है. उसने टोक्‍यो ओलिंपिक में प्रयोग होने वाले चीनी कंपनी जेडकेसी के वेटलिफ्टिंग सेटों को आगे से न खरीदने का फैसला किया है।

महासंघ ने चीनी कंपनी “जेडकेसी” से पिछले साल चार भारोत्तोलन सेट मंगवाए थे. महासंघ ने कहा कि उपकरण खराब निकले और भारोत्तोलक उनका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। महासंघ के महासचिव सहदेव यादव ने कहा कि हमें चीनी उपकरणों का बहिष्कार करना चाहिए।भारतीय भारोत्तोलन महासंघ ने फैसला लिया है कि हम चीन में बने किसी उपकरण का इस्तेमाल नहीं करेंगे। महासंघ ने भारतीय खेल प्राधिकरण को लिखे पत्र में इसकी सूचना दे दी है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी हम चीनी सेटों का इस्तेमाल नहीं करेंगे. हम भारतीय या अन्य कंपनियों के सेटों का प्रयोग करेंगे, लेकिन चीन के नहीं।

रिपोर्टर बीपी पाण्डेय

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *