शहर के टेनरी उद्योग को संजीवनी मिलने से संचालकों के चेहरे खिल उठे हैं। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 248 टेनरियों को 19 फरवरी के बाद अग्रिम आदेशों तक बंद रखने का नोटिस दिया था। मंगलवार को इनके साथ ही उन 11 टेनरियों को भी संचालन की स्वीकृति मिल गई जो मानक पूरे न होने के कारण 13 महीने से बंद पड़ी थीं। कानपुर में प्रतिमाह 500 करोड़ रुपये का चर्म कारोबार होता है।
आयात निर्यात सलाहकार जफर फिरोज ने बताया कि स्थायी रूप से टेनरियां खुलने से व्यापार बढ़ेगा। टेनरी संचालकों में 70 फीसद निर्यातक हैं। बंदी के आदेश से ऑर्डर का माल तैयार करने में दिक्कतें आने लगी थीं। इसके पहले शासन ने दो माह के लिए बंदी के आदेश निलंबित किए थे जिसकी मियाद 19 फरवरी को खत्म होने वाली थी। अब टेनरी संचालकों को राहत मिली है।
Small Tannery Association के Executive Dr. Feroz Alam ने बताया कि अब आधी क्षमता के साथ टेनरियां बेधड़क चलाई जा सकेंगी। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड परीक्षण करेगा। बोर्ड की ओर से जारी किए गए स्वीकृति पत्र वह बुधवार को टेनरी संचालकों को देंगे।
Leather Industries Association के General secretary asad iraqi ने बताया कि सेना के जवानों के जूतों के लिए सबसे ज्यादा चमड़ा देने वाला शहर कानपुर है। बार-बार बंदी के आदेश से निर्यात को झटका लग रहा था। मानकों के अनुसार टेनरी संचालन की स्वीकृति मिलने से राहत मिली है।