भारत में सोने की मांग 5 फीसद इजाफे के साथ 159 टन के स्तर पर पहुंच गई। शादी ब्याह के मौसम में कीमतों में गिरावट की वजह से आभूषणों की मांग बढ़ने से सोने की मांग बढ़ी है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की Q1 ‘गोल्ड डिमांड ट्रेंड’ रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2018 की पहली तिमाही में सोने की मांग 151.5 टन रही थी। वैल्यू के टर्म में अगर बात करें तो इस तिमाही के दौरान सोने की मांग 13 फीसद बढ़कर 47,010 करोड़ रुपये पर पहुंच गई जो इससे पिछले वर्ष की समान तिमाही में 41,680 करोड़ रुपये थी।
इस रिपोर्ट में कहा गया कि रुपये की मजबूती एवं स्थानीय स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट की वजह से पहली तिमाही में सोने की मांग बढ़कर 159 टन पर पहुंच गई। वहीं इस दौरान भारतीय आभूषणों की मांग पांच फीसद बढ़कर 125.4 टन रही जिससे वैश्विक मांग बढ़ी और खुदरा धारणा मजबूत हुई।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के भारतीय परिचालन के प्रबंध निदेशक सोमसुंदरम पीआर ने पीटीआई भाषा को बताया, “इस तिमाही के दौरान शादी ब्याह के दिनों की संख्या आठ दिन से बढ़कर 21 दिन तक रही। इससे भी मांग बढ़ी। साथ ही मार्च के पहले हफ्ते में सोने की कीमत घटकर 32,000 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गई थी। मार्च के पहले हफ्ते में सोने की कीमतें गिरावट के साथ 32,000 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गईं थीं।