जयपुर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में बीकानेर से एक और झुंझुनू से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह तीनों पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करते थे। इन तीनों आरोपियों को पकड़ने के लिए आर्मी, यूपी एटीएस और राजस्थान पुलिस ने ऑपरेशन चलाया था, जिसे ऑपरेशन डेजर्ट चेज का नाम दिया गया था। राजस्थान पुलिस इंटेलिजेंस के एडिश्नल डायरेक्टर जनरल उमेश मिश्रा ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
पकड़े गए तीनों युवकों के नाम विकास, हेमंत और चिनमन है। अब तक की जांच में पता चला है कि बीकानेर का रहने वाला विकास कुमार ओरबेट यानी ऑर्डर ऑफ बेटल, कंपोजिशन एंड ऑर्डर ऑफ मिलिट्री फाइटिंग फॉर्मेशन, गोला-बारूद की फोटो और उससे जुड़ी जानकारी पाकिस्तान पहुंचाता था।
आरोपी विकास बीकानेर में सेना की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में पानी के टैंकर की सप्लाई करता था। इसी दौरान वह वहां की तस्वीरें लेता था और पाकिस्तान में अपने हैंडलर को देता था। जासूसी के एवज में विकास को पैसा मिलता था। लेकिन, किसी को शक न हो इसके लिए वह अपने भाइयों के अकाउंट में पैसा मंगाता था।
फिलहाल, अभी यह पता नहीं चल पाया है कि वह कब से पाकिस्तान के लिए जासूसी का काम कर रहा था। साथ ही, किस तरह की अहम जानकारियां पाकिस्ताान को दी है। बीकानेर के अलावा, झुंझुनू जिले के मंडावा के पास केसरीपुरा गांव से भी दो युवकों हेमंत और चिनमन को पकड़ा गया है। जो भाई बताए जा रहे हैं। दोनों वॉट्सऐप के जरिए संपर्क में थे। इन्हें गिरफ्तार करके जयपुर लाया जा रहा है।
रिपोर्टर बीपी पाण्डेय