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लाइफस्टाइल: हर औरत का सपना होता है कि वो मां बने । इस सपने के साथ ही वह अपना जीवन जीती है लेकिन जब वह मां बनने वाली होती है, तो उसके शरीर में कई बदलाव देखने को मिलते है । ये बदलाव बहुत तरीके के होते है। ऐसे ही कुछ बदलाव महिलाओं को अपनी आंखों में देखने को मिलती है ।आज हम आपको बतातें है कि गर्भावस्था में क्या बदलाव औरतों को देखने को मिलते है ।
1-नजर क्यों होती है धुंधली
दरअसल, इस दौरान महिलाओं में हार्मोनल बदलाव, शरीर में खून का तेज संचार होना और तरल पदार्थों का ज्यादा निर्माण होने लगता है। इसका असर शरीर के कई अंगों और आंखों पर भी पड़ता है, जिसकी वजह से देखने की क्षमता कम हो जाती है या फिर आंखें धुंधली हो जाती हैं। हालांकि यह समस्या प्रसव के बाद अपने-आप ठीक हो जाती है।
2-मोटा हो जाता है कॉर्निया
प्रेग्नेंसी में शिशु के विकास के लिए महिलाओं के शरीर में तरल पदार्थ ज्यादा मात्रा में बनना शुरू हो जाते हैं। शरीर में तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ने के कारण आंखों के लेंस और कार्निया मोटे हो जाते हैं। इसी वजह से आईबॉल पर भी दबाव पड़ता है और महिलाओं को धुंधला दिखाई देना शुरू हो जाता है। कई बार तो आंखों में सूखापन भी आ जाता है। ऐसा होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
3-कॉन्टैक्ट लेंस नहीं, चश्में का करें इस्तेमाल
प्रेग्नेंसी में नजर धुंधली होने पर कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल न करें। इसकी बजाए आप चश्मा पहन सकती हैं। डॉक्टर्स भी इस अवस्था में कॉन्टैक्ट लेंस पहनने की सलाह नहीं देते। यदि आपको देखने में ज्यादा दिक्कत हो तो अपने चिकित्सक से एक बार परामर्श जरूर लें।
4-डिलीवरी के बाद ठीक हो जाती है समस्या
प्रेग्नेंसी में आंखें धुंधली होना कोई गंभीर समस्या नहीं है क्योंकि प्रसव के बाद यह अपने आप ही ठीक हो जाती है। यदि आपकी आंखें प्रसव होने के 6-7 महीने बाद तक भी ठीक न हो तो आप आंखों की सर्जरी करवा सकती हैं। नॉर्मल सर्जरी से यह समस्या दूर हो जाती है।
5-पौष्टिक तत्वों से भरपूर आहार है जरूरी
प्रेग्नेंसी के दौरान धुंधला दिखाई देने की समस्या को दूर करने के लिए आप व्यायाम करें और पोषण युक्त आहार लें। गर्भवती महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। प्रेग्नेंसी पीरियड्स में हरी सब्जियां, ताजे फल, नारियल पानी और ड्राई फ्रूट्स का सेवन जरूर करें। इसके अलावा विटामिन्स और मिनरल्स, कैल्शियम युक्त चीजों को भी अपनी डाइट में शामिल करें।