बौंडी थाना अध्यक्ष की घोर अनियमितता आई सामने

बहराइच बौंडी थाना थाना अध्यक्ष सुभाष चंद्र सिंह जनता को लूटने का कार्य बहुत तेजी से कर रहे हैं। जनता को अपनी वर्दी का धौंस दिखाकर अवैध धन उगाही में जुटे हुए।
बौंडी थाना अध्यक्ष की अनियमितता इस तरह चली आ रही है कि आए दिन पीड़ित जनता को परेशान किया जा रहा है बाढ़ के समय में लगातार जब चारों तरफ पानी भरा हुआ था तब बौंडी थाना अध्यक्ष बौंडी के बंधा मोड़ चौराहे पर चेकिंग अभियान लगाते थे कोई नदी के किनारे होकर मोटरसाइकिल लेकर भागता है तो कोई तालाब के किनारे होकर अगर कोई दुर्घटना घटती है तो इसके जिम्मेदार कौन होंगे।
बौंडी थाना अध्यक्ष सुभाष चंद्र सिंह की सबसे बड़ी बात तो यह कि स्वयं बिना मास्क के बैठे चालान अभियान पर और लोगों का काट रहे मास्क का चालान।
बीते 2 दिन पूर्व बौंडी थाना क्षेत्र के सेमगढ़हा चौराहे पर बौंडी थाना अध्यक्ष चेकिंग अभियान चला रहे थे इसी दौरान रानीबाग निवासी चंद्रसेन सिंह अपनी दवा के लिए फखरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जा रहे थे जबकि चंद्रसेन सिंह नई मोटर बाइक सुपर स्प्लेंडर के साथ हेलमेट, जूता, ड्राइविंग लाइसेंस, सारा कुछ चंद्रसेन सिंह के पास मौजूद था मास्क की जगह पर चंद्रसेन सिंह ने अपने गमछे से अपना मुंह ढका हुआ था। लेकिन बौंडी थाना अध्यक्ष का सीधा जवाब रहा कि हम गमछे को मास्क नहीं मानते जबकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यह कहा है कि अगर किसी के पास मास्क नहीं है तो रूमाल व गमछे से अपना मुंह बांधकर अपना सफर तय करें। और यही बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कही है। लेकिन बौंडी थाना अध्यक्ष सुभाष चंद्र सिंह भारत के प्रधानमंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के भी आदेशों की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोडी। सबसे बड़ी बात तो यह है कि बिना मास्क के थाना अध्यक्ष चला रहे हैं चेकिंग अभियान और चालान काट रहे हैं मास्क का। देखा जाए तो चौराहे पर चारों तरफ पुलिस ही पुलिस नजर आती थी किसी के चेहरे पर रुमाल है तो किसी के चहरे पर रूमाल भी नहीं है।
फिर भी मास्क का चालान काट रहे थानाध्यक्ष आप देख सकते हैं कि किस तरह बौंडी थाना अध्यक्ष अपनी अकड़ से बैठे हुए हैं।
और तो और चालान काटने वाले साहब भी रुमाल बांधे हुए हैं जब गमछे को नहीं मानते हैं थानाध्यक्ष मखस्क तो रूमाल को कैसे माना जाए मास्क। आखिर आम जनता के लिए तो कानून बना हुआ है लेकिन ऐसे चाटुकार अफसरों के लिए क्या कोई कानून नही है या नहीं। बहराइच पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा बौंडी थाना अध्यक्ष पर क्यों महरबान। अगर इसी तरह चलता रहा बौंडी थाना अध्यक्ष का कारनामा तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा जाएगा बौंडी थाना अध्यक्ष के खिलाफ पत्र। अगर नहीं होती है बौंडी थाना अध्यक्ष पर कोई कार्यवाही तो बहराइच पुलिस अधीक्षक व बौंडी थानाध्यक्ष तो ग्रामीण वासी उत्तर प्रदेश के डीजीपी को लिखेंगे अपनी उत्पीड़न का सिकायतीपत्र।
तरफ से तो उत्तर प्रदेश के डीजीपी को लिखेंगे ग्रामीण वासी अपनी परेशानी की समस्या।
बहराइच पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा को देना होगा जवाब क्यो महरबान है बौंडी थाना अध्यक्ष पर।
बौंडी थाना अध्यक्ष पर कार्यवाही ना होने पर बहराइच पुलिस अधीक्षक ऑफिस के सामने पुलिस अधीक्षक।
रिपोर्ट बीपी पांण्डेय