राज्यपाल राम नाईक ने हनुमानजी की जाति-धर्म को लेकर हो रही टिप्पणियों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि हनुमान राम भक्त थे। यही उनकी पहचान है। उन्हें किसी जाति-धर्म के बंधन में बांधना कतई उचित नहीं है। हनुमानजी व भगवान राम को लेकर राजनीति करना भी गलत है। यह सीधे उनका अपमान होगा। राज्यपाल सोमवार को अन्नपूर्णा सेवा संस्थान के रजत जयंती व छात्र अलंकरण समारोह में शामिल होने आए थे।
श्रीकृष्ण ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट में आयोजित समारोह के समापन के बाद राज्यपाल राम नाईक मीडिया से भी रूबरू हुए। हनुमानजी की जाति-धर्म पर हो रही टिप्पणियों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भगवान हनुमान सभी के है। हमें उनकी भक्ति का स्मरण करना चाहिए। उन्हें किसी मजहब में बांधना नहीं होगा।