विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण

गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश ने न्यायालय में समर्पण कर दिया है। खास बात यह है कि पिछले कई दिनों से पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी। बावजूद इसके पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी।
आरोपित ने चोरी-छिपे न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के मुताबिक, दीप प्रकाश को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया जाएगा।
आरोपित दीप प्रकाश 19 दिसंबर को न्यायालय में आत्मसमर्पण करने पहुंचा था। इस दौरान पुलिस को भनक लग गई थी। पुलिस को देखकर आरोपित कोर्ट से भाग निकला था।
आरोपित पर कृष्णा नगर पुलिस ने 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। कृष्णा नगर कोतवाली में आरोपित के खिलाफ जालसाजी समेत अन्य धाराओं में दो एफआइआर दर्ज है।
आरोपित के सरेंडर करने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। लखनऊ पुलिस कई महीनों से आरोपित की तलाश में दबिश दे रही थी। दीप प्रकाश बिकरु कांड के बाद से फरार था।
राजधानी पुलिस ने शुक्रवार को आरोपित के घर की कुर्की की थी। इस बीच आरोपित ने कोर्ट में आत्मसमर्पण की अर्जी डाली थी, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई थी।
बिकरु गांव में दबिश पड़ गई पुलिस पर विकास दुबे ने साथियों के साथ हमला बोल दिया था, जिसमें डिप्टी एसपी समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। विकास दुबे पर पांच लाख का इनाम घोषित किया गया था, जिसे एसटीएफ ने उज्जैन से गिरफ्तार किया था।
कानपुर लाते समय एसटीएफ की विकास से मुठभेड़ हो गई थी, जिसमें वह मारा गया था। पुलिस आयुक्त का कहना है कि दीप प्रकाश से पुलिस कस्टडी रिमांड पर पूछताछ की जाएगी।
आरोपित अब तक कहां छिपा था और उसे कौन लोग मदद पहुंचा रहे थे। इस बारे में भी जानकारी की जाएगी।