सबरीमाला मंदिर के आधार शिविर पंबा से प्रतिबंधित आयु वर्ग की 2 और महिलाओं को सोमवार को लौटा दिया गया। इससे पहले शनिवार को भी 10 महिलाओं को लौटा दिया गया था। ये सभी महिलाएं आंध्र प्रदेश की हैं। पुलिस ने बताया कि सोमवार को पंबा आधार शिविर पर जब श्रद्धालुओं के पहचान पत्रों की जांच की जा रही थी तब उन्होंने 2 महिलाओं को प्रतिबंधित आयु वर्ग का पाया।
इस बीच भगवान अयप्पा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। 16 नवंबर की शाम को मंदिर के कपाट खुलने के बाद से 80 हजार से ज्यादा श्रद्धालु भगवान अयप्पा के दर्शन कर चुके हैं। पिछले साल की तुलना में मंदिर को पहले ही दिन 3.32 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित हुआ जो इसी अवधि में पिछले वर्ष की तुलना में 1.28 करोड़ रुपये अधिक है।
श्रद्धालु अपर्याप्त सुविधाओं की शिकायत तो कर रहे हैं, लेकिन वे इस बात से खुश हैं कि पिछली बार की तरह इस बार उन पर प्रतिबंध नहीं लगाए गए हैं। पिछले साल 28 सितंबर के Supreme Court के सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश देने के फैसले के बाद श्रद्धालुओं पर एहतियातन कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए थे।