गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने अलीपुर थाने में योगेंद्र यादव सहित सात किसान नेताओं के खिलाफ सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने और महामारी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है।
Delhi Police ने मंगलवार को शहर में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में 200 लोगों को हिरासत में भी लिया है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। ट्रैक्टर परेड में घायल पुलिस कर्मियों की संख्या भी बढ़कर 313 हो गई है। अब तक इस मामले में 22 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। माना जा रहा है कि अभी और एफआईआर दर्ज की जाएंगी।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शनकर रहे किसानों ने 26 जनवरी को दिल्ली की सड़कों पर शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर परेड निकालने का वादा किया था, मगर यह वादा खोखला साबित हुआ।
Delhi में दिनभर चारों तरफ बवाल और झड़पें होती रहीं। गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में ऐसा उत्पात मचेगा, इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी। मगर हकीकत तो यही है कि 26 जनवरी को दिल्ली में प्रदर्शनकारी किसानों ने ऐसा बवाल काटा, जिसकी गूंज काफी समय तक सुनाई देगी।
संस्कृति और पर्यटन मंत्री ने बताया कि मैंने आज संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों के साथ लाल किले का दौरा किया। मैंने 2 निर्देश दिए- रिपोर्ट जल्द से जल्द बनाई जाए और गृह मंत्रालय को सौंपी जाए और एफआईआर तुरंत दर्ज की जाए। रिपोर्ट आने के बाद चीजें स्पष्ट किया जाएगा।
लौटते समय, मैंने गांधी स्मृति और दर्शन स्मृति का दौरा किया। ओडिशा के कालाहांडी से 85 बच्चे आए थे और गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया था। लौटते समय वे लाल किला देखना चाहते थे, लेकिन वहां नहीं पहुंच सके। इसलिए, मैं उनसे मिला, वे सुरक्षित हैं।