फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाली नौ लड़कियों और चार लड़कों को पुलिस ने पकड़ा

बरेली

उत्तर प्रदेश के बरेली में फोन पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। इंश्योरेंस और पेंशन के नाम पर ठगी करने वाले 13 लोगों को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार किया है।जिसमें चार लड़के और नौ लड़कियां शामिल हैं।एक महीने में पुलिस ने दूसरे फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है।दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के केयरटेकर से डेढ़ लाख की ठगी के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
दिल्ली पुलिस ने धोखाधड़ी और जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज की थी।दिल्ली पुलिस को मिली लोकेश के आधार पर सोमवार को बरेली पहुंची।बरेली पुलिस के साथ मिलकर दिल्ली पुलिस ने बारादरी में मालियों की पुलिया के पास खान मार्केट में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा।छापेमारी के दौरान मौके से चार लड़कों समेत नौ लड़कियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि ये लोग इंश्योरेंस के नाम पर लोगों से फोन पर ठगी करते थे।

एक महीने में दूसरे फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश

बरेली में फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले गिरोह का पुलिस ने फिर पर्दाफाश किया है।बीती 10 अगस्त को बरेली पुलिस ने नौकरी डाट काम के फर्जी लेटर और ईमेल के जरिये बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर ठगी वालों को पुलिस ने पकड़ा था। काल सेंटर से पुलिस ने 12 युवतियों को पुलिस ने हिरासत में लिया गया था। उनके पास से दर्जनों मोबाइल सिम, फर्जी आईडी, दो लैपटाप, 24 मोबाइल पुलिस ने बरामद किये हैँ।

फोन काल पर होते थे फर्जी इंटरव्यू

बीती 10 अगस्त को पकड़े गए लोगों से पूछताछ में पता चला था कि झांसे में आये लोग नौकरी के लालच में नौकरी डॉट कॉम पर आवेदन करते थे। युवतियां बेरोजगारो को सिलेक्ट होने की गारंटी देतीं थी।आवेदन करने के बाद युवको से फोन पर इंटरव्यू होने की बात कही जाती थी। एक युवती पहले से ही कुछ प्रश्न कॉपी में लिखकर फोन पर इंटरव्यू लेती थी। जिससे सामने वाले युवक को सभी प्रक्रिया सही लगती थी। उसे धोखाधड़ी का एहसास नहीं होता था।

ठगी के बाद होता था रुपयों का बंटवारा

लोगों से धोखाधड़ी कर खाते में पैसे आने के बाद सरगना समेत सभी युवतियां रुपयों का बंटवारा करती थीं।युवती को दो हजार रुपये प्रति माह वेतन और ठगी के हिसाब से उनका हिस्सा मिलता था।वह जितने केस करती थीं,उसका हिस्सा उन्हें अलग मिलता था।युवतियों ने चेन्नई, कोलकाता समेत देश के कई शहरों में रहने वाले लोगों को फंसाकर धोखाधड़ी करती थीं।सभी युवतियां जगतपुर, शाहमतगंज,किला,कोहाड़ापीर,जोगी नवादा की रहने वाली है।घर में उन्होंने कॉल सेंटर में काम करने की बात बता रखी थी। देर रात युवतियों के घरवालों को बारादरी थाने बुलाया गया।
झांसे में लेने के दौरान कई ऐसे भी युवक होते थे जो अंग्रेजी में बात करते थे।जब भी ऐसी स्थिति आती तो युवती अपनी सिनियर से बात कराने की बात कहकर दूसरी युवती को मोबाइल थमा देती।वह युवक से अंग्रेजी में बात करती थी। इससे आवेदन कर रहे युवक को जरा भी धोखाधड़ी का शक नहीं होता था। फर्जी कॉल सेंटर का भांडाफोड़ करने के बाद पुलिस दूसरे जनपद के थाने से संपर्क कर रही है कि कहां कहां युवको के साथ नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी हुई है।

रिपोर्ट बीपी पांण्डेय

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