माघ मेला के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा के मद्देनजर मेला क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों को अलर्ट कर दिया गया। यातायात की स्कीम भी लागू कर दी गई। पूरे मेला क्षेत्र में बढ़ी निगरानी बढ़ा दी गई है और ATS भी मुस्तैद है। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत न होने का निर्देश दिया गया है। वहीं पुलिस वालों से भी श्रद्धालुओं के सहयोग को कहा गया है।
एडीजी जोन सुजीत पांडेय और कमिश्नर डॉ. आशीष गोयल ने शाम को माघ मेला के गंगोत्री सभागार में डीएम, एसएसपी और एसपी मेला की मौजूदगी में मेले में तैनात सभी एएसपी, सीओ और इंस्पेक्टर को उनकी ड्यूटी और जिम्मेदारी के बारे में ब्रीफ किया।
एडीजी और कमिश्नर ने कहा कि मेले में लाखों लोग बाहर से आ रहे हैं। विदेशी पर्यटक भी हैं। इसलिए जरूरी है कि मेले में पुलिसकर्मी शालीनता से लोगों से पेश आएं। स्नान घाटों पर भीड़ को देर तक नहीं रुकने दें। पहली पाली की ड्यूटी खत्म होने के बाद दूसरे पुलिसकर्मियों के आने के बाद ड्यूटी स्थल से जाएं।
मेले में वाहनों को बेतरतीब ढंग से नहीं खड़ा होने दें ताकि जाम न लगने पाए। एसपी पूजा यादव ने एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा, सीओ संगम आशुतोष कुमार तथा ATS के कमांडों के साथ मेले के प्रमुख इलाकों में पैदल भ्रमण किया।
मेला क्षेत्र में लगे सभी 174 CCTV Camera के जरिए चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। सभी 13 फायर स्टेशन को भी अलर्ट कर दिया गया है। BDS और एंटी सबोटाज ने गुरुवार से देर रात फिर पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के दिन शुक्रवार की सुबह मेला क्षेत्र में जगह-जगह चेकिंग किया।