1 जनवरी से फास्टैग अनिवार्य, पढ़े खास खबर

टोल प्लाजा को लेकर एनएचएआई की गाइड लाइन भले ही एक हो लेकिन गोरखपुर-बस्ती मंडल के अलग-अलग 11 टोल प्लाजा पर मनमर्जी का नियम चल रहा है।
गोरखपुर और बस्ती जिले में जहां लोकल गाड़ियां आधार कार्ड दिखाकर छूट हासिल कर रही हैं, वहीं कुशीनगर और महराजगंज में लोकल वाहन स्वामियों को टोल अदा करना पड़ रहा है। पहली जनवरी से फास्टैग अनिवार्य है।
ऐसे में टोल प्लाजा संचालकों के साथ ही जिम्मेदार अधिकारी भी असमंजस में हैं। वहीं नागरिकों के दबाव में एसडीएम की मौजूदगी में पीपीगंज में नयन्सर टोल प्लाजा के संचालक ने 31 दिसम्बर में बाद नई व्यवस्था में भी आधार कार्ड को दिखाकर छूट देने का भरोसा दिया है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के सभी 11 टोल प्लाजा की वर्तमान स्थिति को लेकर पड़ताल की।
अभी तय नहीं है कि पहली जनवरी से होने वाले बदलाव के बाद स्थानीय गाड़ियों को कितना टोल देना है। छूट मिलेगी या नहीं। इस सवालों के जवाब नहीं तलाशे गए तो विवाद तय है।
तेनुआ, नयन्सर और शेरपुर चमराह पर पहली जनवरी से टोल वसूली को लेकर अभी असमंजस बरकरार है। पीपीगंज के नागरिकों के सामने एसडीएम कैम्पियरगंज ने टोल प्लाजा संचालक की मौजूदगी में भरोसा दिया था कि पूर्व की व्यवस्था जारी रहेगी।
नयन्यर, तेनुआ और शेरपुर चमराह में आधार कार्ड दिखाकर 20 किमी दायरे के वाहनों की नि:शुल्क एंट्री हो जाती है। तीनों टोल प्लाजा पर बमुश्किल 150 लोगों ने ही 275 रुपये का मासिक पास बनवाया है।
तेनुआ टोल प्लाजा के संचालक नवीन शर्मा का कहना है कि अभी तक लोकल गाड़ियों आधार कार्ड के आधार पर आवाजाही की अनुमति दे दी जाती है। पहली से नई व्यवस्था को लेकर कोई गाइड लाइन नहीं है।