ट्रंप प्रशासन मध्य पूर्व में हवाई और समुद्री स्ट्राइक बलों की तैनाती कर रहा है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा कि ये ईरान के लिए स्पष्ट और अचूक संदेश है।
जॉन बाल्टन ने कहा कि ईरान की तरफ से परेशान करने वाले संकेतों और चेतावनियों के जवाब में संयुक्त राज्य अमेरिका यूएसएस अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और अमेरिकी सेंट्रल कमांड क्षेत्र में एक बॉम्बर टास्क फोर्स और कैरियर टॉस्क फोर्स को तैनात कर रहा है।
ये ईरानी शासन को एक स्पष्ट और स्टीक संदेश है। सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने रविवार शाम एक बयान में कहा, अगर ईरान संयुक्त राज्य अमेरिका के हितों या हमारे सहयोगियों पर हमला करेंगे तो उसे हमारी इस सैना का सामना करना पड़ेगा।
संयुक्त राज्य अमेरिका ईरानी शासन के साथ युद्ध का ऐलान नहीं कर रहा है। लेकिन हम ये साफ कर देना चाहते है कि हम किसी भी हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। फिर चाहे वह चाहे वह प्रॉक्सी द्वारा, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स, या ईरानी सेना की तरफ से हो।’ बयान में विशेष रूप से यह नहीं बताया गया है कि अब सेना की तैनाती क्यों हो रही है। लेकिन यह उस वक्त किया जा रहा है जब गाजा स्थित फिलिस्तीनी आतंकवादियों और इजरायल के बीच एक घातक स्थिति पैदा हो रही है।