Rohit Sharma की सफलता की सबसे बड़ी चांबी उनका शांत स्वभाव रहा है। वक्त के साथ उन्होंने अपने खेल में जो स्थिरता दिखाई है वह उन्हें यूं ही हासिल नहीं हुई। उनके करियर के शुरुआती दिनों में Rohit के आलोचकों की कमी नहीं थी। उन्हें गैरजिम्मेदार बल्लेबाज करार दिया जाता था।
समय और अनुभव के साथ ने एक बेहतरीन बल्लेबाज के रूप में खुद को विकसित किया और नतीजा सामने है। रोहित वनडे में तीन दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं। हालांकि इतनी लंबी-लंबी पारियां खेलने के बावजूद उन्हें टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा अहमियत नहीं दी जाती जबकि संयम से भरी उनकी शैली टेस्ट क्रिकेट को ज्यादा सूट करती है।
2019 World Cup में अब तक दो शतक जड़ चुके Rohit पिता बनने के बाद ज्यादा जिम्मेदार बल्लेबाज बन गए हैं और बेटी के जन्म के बाद उनकी जिंदगी बदल गई है। भारतीय उप कप्तान ने दक्षिण अफ्रीका और Pakistan के खिलाफ शतक जमाए, जबकि Australia के खिलाफ मैच में उन्होंने अर्धशतक लगाया था।