दक्षिण कश्मीर के Anantnag में सोमवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में शहीद हुए मेरठ निवासी मेजर केतन शर्मा का पार्थिव शरीर मेरठ स्थित उनके आवास पर पहुंचा। वहां से अंतिम क्रिया के लिए उन्हें सुरजकुंड घाट ले जाया गया। इस दौरान सड़क पर शहीद की गाड़ी पर फूल चढ़ाते और नारे लगाते शहरवासियों की भारी भीड़ लगी रही।
शहीद मेजर केतन शर्मा के पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही शहीद को श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ लगी रही। अंतिम क्रिया के लिए सूरजकुंड जाते समय भी जनसैलब देश के इस वीर सपूत के साथ-साथ चलते रहे।
शहीद मेजर केतन शर्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए गन्ना राज्य मंत्री सुरेश राणा, विधायक जितेंद्र सतवाई, विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, डीएम अनिल ढींगरा व SSP नितिन तिवारी सूरजकुंड पहुंचे।
शहीद मेजर केतन शर्मा ने सेना में करीब साढ़े छह साल की सेवाएं दीं। 19 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ यह उनकी पहली फील्ड पोस्टिंग थी। यहां पर वह दो जनवरी 2018 से तैनात थे। केतन आठ दिसंबर 2012 को आइएमए से उत्तीर्ण होकर राजस्थान के गंगानगर स्थित अपनी पैरेंट यूनिट 57 इंजीनियरिंग रेजिमेंट में कमीशन हुए थे।
यहां पर दो साल तैनात रहे। इसके बाद तीन साल तक पुणो में इंजीनियरिंग का डिग्री कोर्स पूरा किया। कमीशन होने के दो साल बाद कैप्टन बने और इसके चार साल बाद आठ दिसंबर 2018 को मेजर रैंक मिली। केतन ने नौवीं तक की पढ़ाई कंकरखेड़ा के अशोका एकेडमी से और 12वीं मेरठ पब्लिक स्कूल, वेस्ट एंड रोड से की। सरूरपुर के डिग्री कॉलेज से बीएससी की और सीडीएस से सेना में भर्ती हुए।