पीलीभीत:
कम वेतन मिलने की शिकायत करने पर नौकरी से निकाल दिए जाने से आहत नगर पालिका में तैनात ठेका सफाईकर्मी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों और सफाई मजदूर यूनियन के नेताओं ने मोर्चरी पर हंगामा करते हुए नगर पालिका स्टाफ को मौत का जिम्मेदार बताया। सूचना पर पहुंची सिटी मजिस्ट्रेट,सीओ सिटी और फोर्स ने आक्रोशित परिजनों को समझाबुझा कर शांत किया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिजवाया है।
थाना कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला डालचंद निवासी 38 वर्षीय इंद्रपाल पुत्र रामचरन नगर पालिका परिषद में पिछले 21 वर्षों से ठेके पर सफाईकर्मी था। इंद्रपाल की पत्नी विमलेश के मुताबिक उसके पति का मार्च माह का वेतन 5900 रुपये के स्थान पर कुल तीन हजार रुपये दिया गया। कारण पूछने पर गैरहाजिरी की बात कही गई। कई बार वह और उसके पति नगर पालिका में जाकर सफाई निरीक्षण अमर किशोर और अन्य अधिकारियों से मिले लेकिन उसकी नहीं सुनी गई। आठ दिन पूर्व बिना कारण बताए इंद्रपाल को नौकरी से निकाल दिया गया। तब से वह बहुत परेशान थे और कई बार नगर पालिका जाकर अफसरों के सामने गिड़गिड़ाकर नौकरी की मांग की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे आहत होकर बुधवार सुबह दस बजे इंद्रपाल ने घर में ही विषाक्त पदार्थ खा लिया।
हालत बिगड़ने पर उनको जिला अस्पताल लेकर आए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी सफाई कर्मचारी यूनियन को लगी तो तमाम लोग जिला अस्पताल पहुंच गए और हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट रितु पुनिया, सीओ सिटी धर्म सिंह मार्छाल, इंस्पेक्टर कोतवाली संजीव उपाध्याय फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस ने आक्रोशित परिजनों और यूनियन के नेताओं को समझाबुझा कर शांत किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। सिटी मजिस्ट्रेट रितु पुनिया ने बताया कि पूरे मामले से डीएम को अवगत कराकर जांच कराई जाएगीर। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
………..देवेन्द्र सिंह