ओमान की खाड़ी में अमेरिकी टैंकरों पर हमले के बाद से ही ईरान और अमेरिका के बीच तनाव जारी है। ईरान और अमेरिका के बीच इन दिनों सैन्य टकराव के हालात नजर आ रहे हैं। भारतीय नौसेना फारस की खाड़ी से आने-जाने वाले भारतीय टैंकरों पर अपने अधिकारियों को तैनात करने जा रही है। भारत का ये फैसला खाड़ी में उपजे ईरान-अमेरिका तनाव के बाद सामने आया है।
नौसेना की हर टीम में एक अफ़सर और 2 नौसैनिक होने की उम्मीद जताई जा रही है। नौसेना की ये टीमें हेलिकॉप्टर के जरिए उन टैंकरों तक पहुंचाई जाएंगी या बोट के रास्ते भी इन नौसैनिकों को वहां तक पहुंचाया जा सकता है। नौसेना की इन टीमों का काम हर्मुज खाड़ी से भारतीय तेल टैंकरों को बाहर निकालना होगा।
हर दिन 5 से लेकर 8 भारत के तेल टैंकर फारस की खाड़ी से गुजरते हैं। इनमें कच्चा तेल लाने वाले बड़े-बड़े टैंकर हर रोज फारस की खाड़ी से निकलते हैं, जो भारत की ऊर्जा सुरक्षा की जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। याद रहे भारत का 63% से भी अधिक कच्चा तेल खाड़ी के रास्ते आता है। इराक़, सऊदी अरब, ईरान, यूएई और कुवैत वो अहम देश हैं जिनसे भारत का कारोबार है।