कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन को तोड़ते हुए शनिवार को आनंद विहार बस अड्डे पर जनसैलाब उमड़ पड़ा है। बस अड्डे से जिधर नजर जा रही उधर लोगों का सिर्फ हूजूम ही नजर आ रहा। लॉकडाउन की सारी व्यवस्थाएं यहां पूरी तरह से चरमरा गई हैं। लॉकडाउन के बाद चारों ओर हुए सन्नाटे को लोगों की भीड़ ने कोलाहल में तब्दील कर दिया है। हर कोई भाग रहा है। जिधर से अमुक इलाके में जाने वाली बस जाने की सूचना आ रही उधर ही लोग भाग रहे। यहां थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई तो कई किलोमीटर लंबी लाइन लग गई।
लॉकडाउन की धज्जियां सिर्फ आनंद विहार बस अड्डे पर ही नहीं उड़ रही थी। बल्कि आनंद विहार आने वाले सभी रास्ते पर लोगों की लंबी कतारें नजर आ रही थीं। चाहे एनएच-नौ हो, रोड नंबर 57, कोंडली नहर रोड सहित अन्य मार्गों पर लोग बैग टांगे, बोरे को सिर पर उठाए और बच्चों और महिलाओं के साथ लिए लगातार चले जा रहे।
लॉकडाउन के बीच कोरोना वायस से लड़े जा रहे जंग के बीच इस तरह की भचावह तस्वीर अंदर से हिला दे रही कि ऐसे कोरोना कैसे काबू होगा और यह भीड़ जहां जाएगी वहां कोरोना वायरस के संक्रमण की क्या स्थिति होगी।
प्रवासी मजदूरों का पलायन पिछले 3 दिनों से जारी है। लेकिन, शनिवार को यह संख्या कई गुना बढ़ गई। भय, भूख और भविष्य की अनिश्चितता में लोग दिल्ली व आसपास के इलाकों को छोड़कर अपने गांव लौट रहे हैं। पहले कुछ लोग पैदल ही अपने गांवों की तरफ लौटने लगे थे लेकिन दो दिन से बस चलने की वजह से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। लगातार लोगों के आने का सिलसिला जारी है।
शुक्रवार रात भर लोग आते रहे। शनिवार सुबह से तो आनंद विहार आने का सिलसिला लगातार बढ़ता ही गया और दोपहर आते-आते तो भीड़ की गिनती करना मुश्किल हो गया। लोग 40-40 किलोमीटर पैदल चलकर आनंद विहार पहुंच रहे थे। यहां पहुंचने वाले लोगों ने बताया कि उन्हें यह पता चला था कि आनंद विहार से यूपी के कई जिलों के लिए बसें चलाई जा रही हैं।