लॉकडाउन के दौरान Delhi के निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में शामिल 6 लोगों की सोमवार को तेलंगाना में मौत हो गई। ये सभी कोरोना वायरस से संक्रमित थे। वहीं Delhi में मरकज से जुड़े 24 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके अलावा 228 संदिग्ध मरीज भी Delhi के 2 अस्पतालों में भर्ती कराए गए हैं। इनकी रिपोर्ट आनी बाकी है। इस तरह से कुल 252 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मरकज से जुड़े कोरोना पीडि़त इंडोनेशिया, मलेशिया व जापान भी गए थे। वहां से लौटने के बाद इनमें से कई लोग तेलंगाना, तमिलनाडु व अंडमान गए थे। इस तब्लीगी मरकज में शामिल 1600 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। निजामुद्दीन में क्वारंटाइन किए गए जिन लोगों में बुखार, खांसी व सांस की परेशानी जैसे लक्षण विकसित हो रहे हैं, उन्हें अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है। इस बीच मरकज के 2 मौलाना खिलाफ दिल्ली सरकार ने FIR दर्ज करने को कहा है
करीब 102 लोग सोमवार को भी लोकनायक व राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराए गए। राजीव गांधी अस्पताल में पिछले 33 दिनों में कुल 99 लोग भर्ती कराए जा चुके हैं। 28 मार्च को 31 लोग भर्ती कराए गए थे, जिनमें से 18 लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। बाकी मरीजों के Sample भी जांच के लिए भेजे गए हैं। वहीं लोकनायक अस्पताल में पिछले 2 दिनों में निजामुद्दीन से 153 लोग भर्ती कराए गए हैं
इसी के साथ यहां भर्ती संदिग्ध मरीजों की संख्या 174 हो गई है। इसमें से 64 मरीजों को सोमवार को DTC बस से ले जाकर लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया। गौरतलब है कि तबलीगी मरकज से लौटकर J&K आने वाले J&K के सोपोर निवासी 65 वर्षीय संक्रमित बुजुर्ग की 26 मार्च को मौत हो चुकी है। इस लापरवाही ने राज्य को नए संकट में डाल दिया है क्योंकि मरकज में शामिल होकर लौटे बुजुर्ग राज्य के कई क्षेत्रों में कोरोना वायरस फैलाने का कारण बन गया। यही कारण है कि उसके आसपास के दायरे में जांच करने पर सिर्फ 4 दिन में 35 नए संक्रमित सामने आए हैं।