कोरोना से जंग में कानपुर पूरे प्रदेश में मिसाल बनकर उभरा है. प्रशासनिक मॉनीटरिंग के साथ स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के डॉक्टरों की पुरजोर मेहनत ने कोरोना से जंग में कानपुर को पूरे सूबे में अव्वल बना दिया है. सोमवार को कोरोना संक्रमित 26 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो गए तो इन्हें विदा किया गया. इसके बाद कानपुर में अब कोरोना का रिकवरी रेट बढ़कर 85.12 प्रतिशत पर पहुंच गया है. कानपुर में अब कोरोना संक्रमण के कुल 39 एक्टिव केस ही बचे हैं।
कानपुर में जब कोरोना का पहला मामला आया था, तो काफी ज्यादा हड़कंप मचा था. इसके बाद स्थितियां सही चल रही थीं लेकिन फिर तब्लीगी जमात के सदस्यों का कानपुर के विभिन्न हिस्सों में आना ऐसा मुसीबत बना कि यहां पर कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ने लगा. सबसे ज्यादा केस कुली बाजार और कर्नलगंज से आए. इसकी वजह से दहशत और बढ़ने लगी लेकिन प्रशासनिक से लेकर पुलिस सख्ती और डॉक्टरों की मेहनत ने कोरोना से ऐसी जंग लड़ी कि अब ठीक होने वालों का आंकड़ा तिहरे शतक की तरफ बढ़ चला है।
सोमवार को रामा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना के 26 संक्रमित मरीजों की दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव आ गई. इसके बाद इन सभी को तालियां बजाकर विदा किया गया. कोरोना को हराने की खुशी इन मरीजों के चेहरों पर भी देखी जा रही थी. सीएमओ की तरफ से बताया गया कि अब तक 269 कोरोना संक्रमित पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं. वहीं, कोरोना के संक्रमण से कानपुर में अब तक आठ लोगों की मौत भी हो चुकी है।
रिपोर्टर बीपी पाण्डेय