शहर से अव्यवस्थाओं के बीच गोविंदपुरी स्टेशन से पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार भेजी गई। इसे मधुबनी जाना था लेकिन टेनरी कर्मियों के न आने और ज्यादातर यात्री कटिहार के होने से ट्रेन को वहां के लिए रवाना किया गया। 1410 यात्रियों को निश्शुल्क यात्रा से पहले थर्मल स्क्रीनिंग करके लंच पैकेट-पानी की बोतलें दी गईं। DM डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी, SSP अनंतदेव तिवारी और स्टेशन निदेशक हिमांशु शेखर उपाध्याय ने पूजन के बाद रात 9:15 बजे रवाना किया।
Rail Minister की घोषणा के बाद प्रशासनिक अफसरों ने Railway अधिकारियों के साथ बैठक करके कटिहार, भागलपुर रूट पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का प्रस्ताव तैयार किया था। Bihar सरकार की सहमति पर बुधवार को भागलपुर के लिए 2 ट्रेनें चलाने का फैसला लिया गया था। देर रात प्रशासनिक अफसरों ने गुरुवार को एक ही ट्रेन शाम 5 बजे मधुबनी भेजने का निर्णय लिया। इसमें सफर के लिए फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया, फतेहपुर आदि जिलों से रोडवेज बसों से दोपहर 12 बजे ही यात्री पहुंचने लगे। उन्हें सर्कुलेटिंग एरिया में कतार में बिठाया गया।
वहां भाजपा दक्षिण जिलाध्यक्ष बीना आर्या व कार्यकर्ताओं ने यात्रियों को बिस्कुट आदि बांटे। कुछ देर बाद दूसरी ट्रेन कटिहार के लिए रात नौ बजे चलाने की सूचना आई। Train platform पर लगने के बाद शाम 6 बजे थर्मल स्क्रीनिंग करके ट्रेन में बिठाने का सिलसिला शुरू हुआ। अचानक 7.15 बजे प्रशासनिक अफसरों ने मधुबनी की ट्रेन निरस्त करके कटिहार के लिए ट्रेन चलाने की सूचना DRM प्रयागराज को दी।