बिहार में एक बार फिर वज्रपात का कहर टूटा है। गुरुवार को अपराह्न बाद वज्रपात से 22 लोगों की मौत की सूचना आ रही है। सबसे अधिक समस्तीपुर जिले में 8 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, पटना में भी छह लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा पूर्वी व पश्चिमी चंपारण में चार लोग इसकी चपेट में आकर जान गंवाए हैं। बता दें कि इसके पहले मंगलवार को भी 11 लोगों की मौत हुई थी। इस तरह, दो दिनों में 33 लोगों की मौत वज्रपात से हो गई है। गौरतलब है कि 23 जून को बिहार में वज्रपात से सबसे अधिक 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी।
मौसम विभाग लगातार भारी बारिश, वज्रपात व मेघ गर्जन का अलर्ट दे रहा है। हर तीन घंटे के बाद इसकी सूचना दी जा रही है। जबकि आपदा विभाग की ओर से इंद्रवज्र नामक मोबाइल ऐप भी लांच किया गया है। यह ऐप वज्रपात के अलर्ट की जानकारी देता है। इसके बाद भी लोग समझ नहीं पा रहे हैं और वज्रपात की चपेट में आ जा रहे हैं। खास बात कि सीएम नीतीश कुमार भी लगातार आग्रह का रहे हैं कि खराब मौसम में लोग घरों से बाहर न निकलें।
गुरुवार को दोपहर बाद अचानक मौसम ने कहर बरपाया। वज्रपात से 20 लोगों की मौत हो गई। समस्तीपुर में आठ तो पटना में छह लोगों की मौत हो गई। वहीं, पूर्वी चंपारण में तीन, कटिहार-शिवहर में दो-दो तथा पश्चिमी चंपारण में एक की मौत हो गई है। यह संख्या बढ़ भी सकती है। इधर, समस्तीपुर में आठ लोगों की मौत में विभूतिपुर-02, रोसड़ा- 03, पूसा-01, समस्तीपुर मुख्यालय-01 तथा सरायरंजन-01 की मौत हुई है। पटना के दुल्हिन बाजार में पांच तथा फुलवारीशरीफ में एक बच्चे की मौत हुई है।