आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार चल रहे विकास दुबे की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस , क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम जगह-जगह ख़ाक छान रही है, लेकिन दुर्दांत अपराधी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. इस बीच पुलिस और एसटीएफ लगातार उसके करीबियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इसी क्रम में शनिवार को लावारिश मिली तीन लग्जरी गाड़ियों के मामले उठाए गए जय बाजपेई का विकास दुबे से कनेक्शन मिला है.
पूछताछ में पता चला है कि जय बाजपेई विकास दुबे का खजांची था और उसी के पैसे से लोगों को बीसी खिलवाता था. इतना ही नहीं जय बाजपेई की लग्जरी गाड़ियों से ही विकास दुबे सफ़र करता था. कानपुर के विकरू कांड के बाद विकास दुबे ने अपने मोबाइल से डाटा डिलीट कर दिया था. लेकिन एक ऑडी, फोर्च्युनर और एक वर्ना कार लावारिस हालत में मिलने के बाद खुलासा हुआ कि गाड़ियां जय बाजपेई की है और उसका विकास दुबे से करीबी संबंध है. फिलाहल एसटीएफ लखनऊ लाकर उससे पूछताछ कर रही है.
रिपोर्ट बीपी पांडे