हमरीपुर : चौबेपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में ढाई लाख के इनामी मोस्ट वांटेड विकास दुबे के पारिवारिक भतीजे अमर दुबे काे बुधवार की सुबह एसटीएफ ने हमीरपुर के मौदहा रोड के पास मुठभेड़ में मार गिराया। अमर दुबे, विकास दुबे का दहिना हाथ कहा जाता है।
बताया गया है कि अमर दुबे की शादी तय हो गई लेकिन उसके अापराधिक इतिहास का पता चलने के बाद लड़की वालों ने इनकार कर दिया था। इसपर विकास दुबे बीच में आ गए थे और लड़की वालों पर शादी का दबाव डाला था। इसके बाद विकास ने लड़की वालों को बिकरू गांव में घर पर ही बुलाकर 29 जून को अमर की शादी कराई थी।
शादी के बाद दूसरे दिन लड़की वाले चले गए थे। पुलिस द्वारा वारदात में विकास के साथ शामिल रहे शॉर्प शूटरों में उसका भी नाम था और उसपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। मंगलवार को पुलिस द्वारा जारी पोस्टर में अमर दुबे की भी तस्वीर थी और उसे विकास के पांच गुर्गों में सबसे खास बताया गया है। एनकाउंटर में मारे गए अतुल का भतीजा था अमर दुबे ।
अमर दुबे के पिता संजू दुबे की सात वर्ष पहले सड़क हादसे में मौत हो चुकी है, वहीं उसके चाचा अतुल दुबे को घटना के दूसरे दिन एनकाउंटर में पुलिस ने मार गिराया था। उसकी मां क्षमा दुबे को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार करके जेल भेजा दिया था, उसके खिलाफ वारदात में शामिल अपराधियों को भगाने में सहयोग करने का आरोप लगाया था। पुलिस के अनुसार अमर के खिलाफ चोबेपुर थाने में हत्या के प्रयास, मारपीट व लूट के पांच मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब शिवली और शिवराजपुर थाने में उसका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। उसके पिता संजीव उर्फ संजू दुबे के खिलाफ भी 12 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
रिपोर्ट जितेंद्र यादव