उत्तरी Delhi नगर निगम अब Delhi को कैटल फ्री कैपिटल बनाने की योजना पर काम रहा है। सड़कों पर घूमने वाली आवारा गाय तथा भैंसों में माइक्रो चिप लगाई जाएगी जिसमें उसके मालिक का नाम और पता सकेगा।
इस योजना को लेकर पशु चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ डाक्टर ने बुधवार को स्थायी समिति की बैठक में विस्तार से रखा और कहा कि इसे लेकर दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय से भी सपंर्क किया जा चुका है।
स्थायी समिति के अध्यक्ष छैल बिहारी गोस्वामी की अध्यक्षता में शुरू हुई बैठक में स्थायी समिति के सदस्य पार्षद विपिन मल्होत्रा ने उत्तरी निगम के सभी छह जोनों की सड़कों पर आवारा घूमने वाले मवेशियों को लेकर जानकारी मांगी थी।
इस संबंध पशु चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ डाक्टर यतिंद्र कुमार ने कहा कि सड़कों पर घूमने वाली गाय तथा भैंस आवारा नहीं हैं उनके मालिक हैं। इसके लिए उन्होंने काफी महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाई हैं।
लेकिन सड़कों पर आवारा घूमने वाली गाय, भैंस तथा अन्य मवेशियों में जरूरत है माइक्रो चिप लगाने की। चिप लगाने में करीब 200 से 300 रुपये तक का खर्च आएगा। उन्होंने
कहा कि आवारा मवेशियों की वजह से अनेक बार सड़क दुर्घटना होने पर लोगों की मौत हो जाती है और निगम को मुआवजा देना पड़ता है।
डाक्टर यतिंद्र कुमार ने बताया गया कि अगर मवेशियों में माइक्रो चिप लगी होगी तो उससे उसके मालिक का पता चल सकेगा। दुर्घटना के मामले में गाय तथा भैंस के मालिक से जुर्माना वसूला भी आसान होगा।
हाल ही में बाहरी Delhi के गौसदन में भेजी गई गाय के मालिकों के बारे में उनके पास पूरी जानकारी है, इसलिए यह नहीं का जा सकता कि सड़कों पर घूम रही गाय तथा भैंस आवारा हैं।
उन्होंने कहा कि Delhi को कैटल फ्री कैपिटल बनाने की योजना पर काम चल रहा है, लेकिन इस योजना को हरी झंडी मिलने का इंतजार है।