पुडुचेरी में सोमवार को राजनीतिक उथल पुथल के बीच कांग्रेस सरकार के हाथ से सत्ता का अधिकार खत्म हो गया। मुख्यमंत्री नारायणसामी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आज यहां विश्वास मत परीक्षण होना था, लेकिन मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने इसके पहले ही सदन से वॉकआउट कर दिया|
जिसके बाद विधानसभा स्पीकर ने ऐलान किया कि नारायणसामी सरकार ने यहां बहुमत खो दिया है और उन्हें मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना होगा। आज शाम पांच बजे कांग्रेस-द्रमुक के गठबंधन वाली नारायणसामी सरकार का शक्ति परीक्षण होगा।
विधानसभा में मुख्यमंत्री ने आज कहा, ‘हम दो भाषाओं के सिस्टम का अनुसरण करते हैं लेकिन BJP जबरन हिंदी भाषा लागू करने की कोशिश कर रही है।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘हमने द्रमुक व स्वतंत्र विधायकों के सहयोग से सरकार का गठन किया। इसके बाद हमने अनेकों चुनाव लड़ा। हमने सभी उपचुनावों में जीत हासिल की।
यह स्पष्ट है कि पुडुचेरी की जनता हमपर भरोसा करती है।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘विधायकों को पार्टी के प्रति विश्वसनीय होना चाहिए। जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है वो लोगों का सामना नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें लोग मौका परस्त बोलेंगे।’
शक्ति परीक्षण से पहले रविवार को कांग्रेस और द्रमुक के एक-एक विधायकों के इस्तीफा देने के कारण सरकार पर संकट बढ़ गया है। अब सत्ता पक्ष के पास 12 विधायक हैं जबकि विपक्षी सदस्यों की संख्या 14 है। 33 सदस्यीय विधानसभा में सात स्थान रिक्त हैं।