फरवरी में बढ़े डीजल के दामों का असर ढुलाई में लगे ट्रक भाड़े पर पड़ा है। फरवरी महीने में ट्रक भाड़े में करीब 10 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसका असर सभी वस्तुओं की कीमतों पर पड़ा है। फल और सब्जियों के दाम में 10 से 15 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।
फरवरी महीने के दौरान डीजल के दाम में करीब 4.10 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। इसके चलते ट्रांसपोर्टर ने भाड़े में इजाफा किया है।
IFTRT ने एक फरवरी और एक मार्च के ट्रक भाड़ों के अध्ययन के आधार पर बताया है कि भाड़े में करीब 10 फीसदी की वृद्धि हुई है। लंबी दूरी के वाहनों के साथ साथ रिटेल में हुई बुकिंग पर भी इसका असर पड़ा है। यहां 20 फीसदी तक इजाफा देखने को मिला है।
दिल्ली मुंबई के भाड़े में आठ फीसदी का इजाफा हुआ है। माल भाड़े में हुई वृद्धि के चलते मंडियों में सब्जियों के दाम बढ़े हैं। व्यापारियों का कहना है कि भाड़े का असर सभी सामानों पर पड़ेगा।
फल सब्जियों के साथ-साथ दूसरी जरूरी वस्तुओं पर के थोक और फुटकर के दाम भी बढ़ गए हैं। एक माह के दौरान ट्रक भाड़े में यह बड़ी वृद्धि है।
डीजल से ज्यादा मंहगाई रिटेल और होलसेल मार्केट में हो गई है। ट्रक के भाड़े में 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है, जबकि बाजार में इसका असर 25 फीसदी तक पड़ा है। यही वजह है अभी तक व्यापारियों की ओर से डीजल के दाम में बढ़ोतरी को लेकर कोई विरोध नहीं दिख रहा। इसका असर जनता की जेब पर पड़ा है।