डी. सी. पी. क्राइम ने 500ग्राम चरस और 22 मोबाईल करे बरामद
5 साल से ये गैंग दे रहा था चोरी को अंजाम क़रीब 10 हजार मोबाईल चोरी करने की बात कबूली इस गैंग ने भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोगों को बनाते थे अपना शिकार -अंतर्राष्ट्रीय चोर गैंग के 9 सदस्य क्राइम ब्रांच ने दबोचे -मोबाइल चुराने के बाद आइएमआइ नंबर बदलकर बेचते थे -बहराइच के रास्ते नेपाल में खपाए जाते थे चोरी के मोबाइल -प्रदेशभर में घूम – घूमकर करते थे मोबाइल चोरी की वारदातें -नौबस्ता थाना क्षेत्र में जमा हुए थे सभी शातिर चोर
कानपुर : मेले , बाजार , मंडी व अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर चोरी होने वाले मोबाइल व पर्स के पीछे चोरो का एक अतर्राष्ट्रीय गैंग काम कर रहा था शातिर चोरों के इस गैग को पुलिस कमिश्रनरेट कानपुर नगर की क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया है । पकड़े गये गॉग के 9 सदस्यों के पास से चोरी के 22 मोबाइल बरामद हुए हैं । मोबाइल चुराकर इन्हें एजेंट के माध्यम से नेपाल में खपाया जा रहा था । नगर समेत प्रदेश के कई जनपदों के हैं चोर थाना नौबस्ता के बजरंग चौराहे से बीती रात दबोचे गये शातिरों में कानपुर नगर समेत प्रदेश के अलग – अलग जनपदों के चोर शामिल हैं ।
अभियुक्तों की पहचान
थाना नौबस्ता के मछरिया निवासी मो . शानू , शाहगंज जनपद जौनपुर का गौतम उपाध्याय , ललित मोहन , प्रदीप , दिलीप जनपद आजमगढ़ का शहजादे , बाबुपुरवा कानपुर नगर का राजा , जुनैद और जावेद , जनपद उन्नाव का परवेज के रूप में हुई । इनके पास से चोरी के 22 नोबाइल फोन व 500 ग्राम चरस बरामद हुई है । इसमें मोहम्मद शानू गैंग का लीडर है इन मेलों में कर चुके वारदात शातिर चोरो का गेंगअब तक बिल्हौर में लगने वाले मकनपुर मेले , बाराबंकी के देवा शरीफ मेला , अबेडकर नगर के कचौसे का मेला , मौदाह सरीफ मेला , बागरमऊ के संडीला का मेला , बरेली के आला हजरत के मेले , बदायूं का मेला , मारेरा का मेला , उन्नाव में सफीपुर का मेला , बिल्हौर के नौहजापीर का मेला , कानपुर नगर मे जाजमऊ के मेले में चोरी की वारदातों का खेल कर चुके हैं ।नेपाल में होती थी सप्लाई पकड़े गये गैंग ने बताया कि मेलों से मोबाइल चुराकर यह गैंग बहराइच सीमा में रहने वाले स्माइल नाम के व्यक्ति को रोडवेज बस में पार्सल के रूम में भेजता था । बस का नबर यह गैंग स्माइल को वाट्सअप कर था । पार्सल लेने के बाद स्माइल इन मोबाइल को नेपाल के रहने वाले राजू नेपाली को दे देता था । राजू इन मोबाइल फोन की आइएमआइ नंबर बदलकर नेपाल में बेच देता था । नये मोबाइल की 40 प्रतिशत कीमत गैंग को ट्रांसफर की जाती थी ।