प्रदेश के शहरी इलाकों में बढ़ते जल प्रदूषण को नियंत्रित करने को लेकर रज्य स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। इसके तहत सीवरेज सुविधा से वंचित शहरी क्षेत्र के घरों के शौचालयों के सेप्टिक टैंकों से निकलने वाले सीवरेज का ट्रीटमेंट करने के लिए सेप्टेज मैनेजमेंट योजना शुरू की गई है। इन इलाकों में छोटे-छोटे फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे। पहले चरण में हरदोई, फरुखाबाद, फतेहपुर, बांदा व उरई समेत 31 शहरों का चयन किया गया है। सरकार ने इस तरह के प्लांट लगाने के लिए 161 करोड़ 61 लाख से अधिक की धनराशि स्वीकृत भी कर दी है।