MP के राज्यपाल लाल जी टंडन का निधन, सभी ने जताया शोक

MP के राज्यपाल लाल जी टंडन का मंगलवार सुबह निधन हो गया। वह मेदांता Lucknow में कई दिनों से वेंटिलेटर पर भर्ती थे। लालजी टंडन कई दिनों से राजधानी के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे।
उन्होंने Lucknow ली। उनके पुत्र नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने लखनऊ जानकारी दी। सोमवार को उनकी हालत नाजुक बताई जा रही थी। इसको लेकर सोमवार को मेदांता अस्पताल की तरफ से मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया गया था, जिसमें उनकी हालत नाजुक होने की बात कही गई थी।
पुत्र मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि अंतिम यात्रा चार बजे गुलाला घाट चौक के लिए प्रस्थान करेगी। अंतिम संस्कार Lucknow में गुलाला घाट पर 4:30 बजे संपन्न होगा।
Corona आपदा के कारण उन्होंने लोगों से अपील की है कि शासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने-अपने घरों से ही पूज्य बाबूजी को श्रद्धा-सुमन अर्पित करें, जिससे कि Social Distencing का पालन हो सके। उनके निधन पर PresidentRamnath Kovind , PM Modi, UP के CM Yogi और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शोक व्यक्त किया है।
राज्यपाल लाल जी टंडन को 11 जून को हालत बिगड़ने पर मेदान्ता अस्पताल में भर्ती कराया गया। 13 जून को पेट मे रक्तस्राव होने पर ऑपरेशन किया गया। इसके बाद वह वेंटिलेटर पर चले गए।
हल्का सुधार हुआ तो दो दिन बीच में बाई-पैप मशीन पर शिफ्ट किया गया। मगर तबियत फिर बिगड़ गई। डॉक्टरों ने उन्हें दोबारा वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया। इसके बाद वह खुद से सांस लेने में सक्षम नहीं हो सके।
मेदांता के मेडिकल डायरेक्टर डॉ राकेश कपूर के मुताबिक राज्यपाल की मांसपेशियां कमजोर हो गयी थीं। इसलिए सांस लेने के लिए फेफड़े काम नहीं कर पा रहे थे।
किडनी फंक्शन गड़बड़ाने से उनकी डायलिसिस चल रही थी। वह लिवर रोग से पीड़ित थे। सुबह 5:35 पर ह्रदय गति रुकने से मौत हो गई।
टंडन को गत 11 जून को सांस लेने में परेशानी, बुखार और पेशाब में दिक्कत के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। टंडन की तबीयत खराब होने के चलते उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है।
उनका पार्थिव शरीर 9:30 बजे त्रिलोकनाथ रोड स्थित सरकारी बंगले पर जाएगा। यह बंगला उनके पुत्र मंत्री आशुतोष टंडन के नाम आवंटित है।
12:00 बजे उनका पार्थिव शरीर चौक स्थित आवास सोंधी टोला जाएगा। वहीं 4:30 बजे उनका अंतिम संस्कार गोमती तट गुलाला घाट पर किया जाएगा।