वर्ष 2018-19 शैक्षणिक सत्र में दिल्ली के सरकारी स्कूलों से ड्रॉपआउट, यानी बाहर हो चुके कक्षा 9 और 11 के स्टूडेंट्स को लेकर अहम निर्णय लिया गया है। कक्षा 9 और 11 के लगभग 34,000 ड्रॉपआउट स्टूडेंट्स को अपनी पसंद के क्षेत्र में मुफ्त वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग पूरा होने के बाद, स्टूडेंट्स को प्रमाणपत्र दिए जाएंगे और उन्हें प्लेसमेंट के अवसर भी प्राप्त होंगे। इसके लिए एक पायलट प्रोजेक्ट का प्रबंधन सम्रग शिक्षा, दिल्ली इकाई की तरफ से राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) और प्रशिक्षण व तकनीकी शिक्षा विभाग (डीटीटीई) के सहयोग से किया जाएगा।
बता दें कि केंद्र सरकार की समग्र शिक्षा योजना देश भर में एक समग्र शिक्षा कार्यक्रम है, जो राज्यों के शिक्षा विभागों में कार्य कर रहा है। व्यावसायिक प्रशिक्षण, इन बच्चों को खोई हुई शिक्षा को वापस के लिए एक सम्मानजनक तरीका प्रदान करेगा। उन्हें आवश्यक कौशल से लैस करेगा और बेहतर आजीविका के लिए उनकी रोजगार क्षमता में वृद्धि करेगा। इस संबंध में अगस्त महीने की शुरुआत में रजनीश कुमार सिंह, विशेष परियोजना निदेशक (एसएस) द्वारा एक सर्कुलर जारी किया गया है।