ट्रेनों का डॉयवर्जन रोकने को भेजे गए रेलमंत्री व डीआरएम को पत्र

उत्तर प्रदेश

ट्रेनों का रूट बदले जाने से भड़के यात्रियों व नागरिकों ने अविलंब डॉयवर्जन निरस्त किए जाने की मांग की है। ईमेल, फैक्स व पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री, रेलमंत्री व डीआरएम से मांग की गई कि अविलंब इस फैसले को वापस लिया जाए, क्योंकि इससे अंबेडकरनगर व अयोध्या जनपद के आर्थिक, सामाजिक व राजैतिक आदि क्षेत्रों में व्यापक प्रतिकूल असर पड़ेगा। पत्र में कहा गया कि रूट डॉयवर्जन न होने पर बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।
गंगा सतलज/किसान एक्सप्रेस व दून एक्सप्रेस समेत जयनगर अमृतसर एक्सप्रेस व कामाख्या गांधीधाम एक्सप्रेस ट्रेन का रूट अंबेडकरनगर व अयोध्या जनपद से हटा दिए जाने के बाद से ही दोनों जनपदों के यात्रियों द्वारा कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है। गोशाईगंज निवासी सामाजिक कार्यकत्री प्रियंका यादव ने प्रधानमंत्री व रेलमंत्री को पत्र भेजकर कहा है कि रेलवे का यह निर्णय अत्यंत अविवेकपूर्ण है। दोनों जनपदों के लाखों यात्री प्रत्येक माह अलग अलग शहरों के लिए इन ट्रेनों पर आश्रित थे।
इनमें रोजगार, शिक्षा, संस्कृति व व्यापार से जुड़े लोग शामिल हैं। जिन्हें रेलवे के फैसले से गहरी निराशा हुई है। कहा कि फैसला न बदला गया, तो यात्रियों द्वारा आंदोलन शुरू किया जाएगा। भाजपा नेता विवेक मोदनवाल ने भी रेलमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि दून एक्सप्रेस व गंगा सतलज एक्सप्रेस का डॉयवर्जन किए जाने से दोनों जनपदों को गहरा झटका लगा है। तमाम बड़े शहरों की यात्रा के लिए यात्रियों को अब विकल्पहीनता का सामना करना पड़ेगा, जो कतई अनुचित है।
आराध्या कोचिंग के संचालक मृत्युंजय कुमार व पेस कंप्यूटर के संचालक संजीव कुमार नेडीआरएम को भेजे पत्र में किहा कि वे रेलमंत्री व रेलवे बोर्ड को जनआह्वान से अवगत कराते हुए ट्रेनों का डॉयवर्जन अविलंब निरस्त कराएं। अकबरपुर निवासी नीरज भारतीय ने पीएमओ व रेलमंत्री को ट्विट करते हुए कहा कि अंबेडकरनगर व अयोध्या जनपद के साथ रेलवे का यह सौतेला व्यवहार अत्यंत अनुचित व आपत्तिजनक है। ट्रेनों का डायवर्जन अविलंब निरस्त कराया जाए।
इस बीच सांसद रितेश पांडेय ने रविवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस समस्या को शेयर करते हुए नागरिकों को भरोसा दिलाया कि वह इस मामले में सभी जरूरी प्रयास निश्चित करेंगे। ट्रेनों का डॉयवर्जन निरस्त कराया जाएगा। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रमाकांत मिश्र ने रेलवे बोर्ड अध्यक्ष को पत्र भेजकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।
कहा कि दोनों ट्रेनों को सर्वाधिक राजस्व अंबेडकरनगर व अयोध्या जिले के स्टेशनों से मिलता रहा है। ऐसे में इन ट्रेनों का डॉयवर्जन अत्यंत हैरान कर देने वाला व निंदनीय है। ऐसे में जनहित के मद्देनजर डॉयवर्जन को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए।

रिपोर्ट बीपी पांण्डेय 

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