श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को दहला कर रख दिया। 21 अप्रैल सुबह हुए पहला धमाके से कोई कुछ समझ पाता इससे पहले दूसरा और फिर दोपहर तक आठ धमाकों ने श्रीलंका में तबाही मचा दी। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने खुद इसे देश की खुफिया एजेंसियों की नाकामी माना हैं।
क्राइस्टचर्च हमले में मस्जिदों को निशाना बनाया गया और श्रीलंका में चर्च और होटलों में हुए धमाकों के बाद एक बार फिर श्रीलंका में बड़े हमले को लेकर पुलिस ने चेतावनी दी है। श्रीलंका में पुलिस ने शुक्रवार को कुछ ‘इस्लामी कट्टरपंथी’ के गलत मंसूबों की चेतावनी देते हुए कहा कि वे देश में पारंपरिक सूफी मस्जिदों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं।
इस्लामी कट्टरपंथी द्वारा मस्जिदों पर अटैक की सूचना मिलते ही सुरक्षा मजबूत कर दी गई है। मस्जिदों को निशाना बनाए जाने की सूचना ऐसे वक्त आई है, जब अभी श्रीलंका ईस्टर वाले दिन हुए आत्मघाती धमाकों से भी पर नहीं उभर पाया है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने शुक्रवार को यह स्वीकार किया कि एक मित्र देश से इस संबंध में इंटेलिजेंस रिपोर्ट मिली थी, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने यह रिपोर्ट उन तक नहीं पहुंचाई। राष्ट्रपति के आरोपों के बाद श्रीलंका पुलिस प्रमुख पुजीत जयसुंदरा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं रक्षा सचिव गुरुवार को ही अपनी इस्तीफा दे चुकें है।
श्रीलंका पिछले दिनों हुए सिलसिलेवार बम धमाकों से पहले ही भारत ने इस संबंध में इंटेलिजेंस रिपोर्ट श्रीलंका को सौंपी थी। इस रिपोर्ट में श्रीलंका में आतंकवादी घटना को अंजाम दिए जाने के बारे में स्पष्ट संकेत थे।
सीरियल ब्लास्ट की जानकारी देते हुए राष्ट्रपति सिरिसेन ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां 140 संदिग्ध ISIS आतंकियों की तलाश में हैं। बता कि ईस्टर संडे के दौरान चर्च और होटल में हुए सीरियल ब्लास्ट से अब तक 253 लोगों की मौत पुष्टि सरकार ने की है।