जापान ने दुनिया की सबसे तेज बुलेट ट्रेन का ट्रायल शुरू कर दिया है। यह 400 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम है। माना जा रहा है कि गति के मामले में यह चीन को पीछे छोड़ देगी। शिनकानसेन ट्रेन के एएलएफए-एक्स वर्जन की ट्रेन का ट्रायल शुरू हो गया है।
1964 के टोक्यो ओलंपिक के दौरान इन बुलेट ट्रेनों को आरंभ किया गया था। सबसे पहली बुलेट ट्रेन तोकइडो शिनकानसेन थी जिसकी गति 210 किमी/घंटा थी। तबसे शिनकानसेन रेलमार्गों का बहुत विस्तार हो चुका है, जो आज लगभग 2,459 किमी लंबे है और जापान के लगभग सभी प्रमुख नगरों और औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ते हैं। होन्शू और क्यूशू द्वीपों को जोडने वाली शिनकानसेन तो 300 किमी/घंटा कि गति से दौड़ती है। परीक्षण के दौरान इनकि अधिकतम गति पारंपरिक पटरियों पर 443 किमी/घंटा और मैगलेव पटरियों पर 581 किमी/घंटा तक पहुँची है।
शिनकानसेन ट्रेन एएलएफए-एक्स वर्जन का परिचालन 2030 में इसका परिचालन शुरू होगा तब इसे 360 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया जाएगा। इससे यह आसानी से दुनिया की सबसे तेज गति से चलने वाली बुलेट ट्रेन बन जाएगी। यह ट्रेन चीन की फुक्सिंग ट्रेन के मुकाबले 10 किलोमीटर तेज गति से दौड़ेगी। फुक्सिंग ट्रेन का डिजाइन भी समान क्षमताओं के साथ एएलएफए-एक्स वर्जन वाला है।
इसका ट्रायल आधी रात के बाद सप्ताह में दो दिन सेनडाई और ओमोरी स्टेशनों के बीच किया जाएगा। इन दोनों शहरों के बीच की दूरी 280 किलोमीटर है। लंबी नाक की तरह की यह ट्रेन ऐसी लगती है जैसे दस कारें एक साथ खड़ी हों।