लोकसभा चुनाव 2019 में आखिरी चरण में पूर्वी उत्तर प्रदेश में भाजपा के माहौल को और मजबूत करने पीएम मोदी मऊ पहुंचे। यहां पर पीएम मोदी ने सांसद हरि नारायण राजभर के समर्थन में भाजपा विजय संकल्प रैली में महागठबंधन के साथ कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला।
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा ने जाति के आधार पर एक अवसरवादी गठबंधन करने की कोशिश की। इनके बीच लखनऊ में एसी कमरे में बैठकर ऊपर-ऊपर से तो डील हो गई, लेकिन जमीन से कटे हुए नेता यहां पर अपने कार्यकर्ताओं को ही भूल गए।
देश इन महामिलावटी दलों की सच्चाई पहले दिन से जानता है। पीएम मोदी ने कहां कि देश को पता है कि मोदी हटाओ का नारा तो बहाना था। असल में इन्हें अपने भ्रष्टाचार के पाप को छुपाना था। यह लोग जैसे तैसे कोशिश कर रहे थे कि देश में खिचड़ी सरकार बन जाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बहन जी ने पश्चिम बंगाल को लेकर मुझ पर निशाना साधा है। चुनाव आयोग को आडे हाथों लिया है। ममता दीदी वहां यूपी बिहार के लोगों पर निशाना साथ रही है। बहन मायावती इस पर ममता को कुछ कहने के बजाय कुर्सी का खेल खेलना है।
यूपी में सभा के बाद बंगाल जाने वाला हूं। बंगाल की मुख्यमंत्री मुझे पीएम नहीं मानती हैं। वो पाकिस्तान के पीएम को पीएम मानती हैं। आज मैं बंगाल जा रहा हूं तो देश को बताता हूं कि मिदनापुर में मेरी रैली थी तो वहां किस तरह की अराजकता फैलाई गई। मुझे अपना संबोधन बीच में छोडकर मंच से हट जाना पडा था।
कूच बिहार में जहां मंच बन रहा था वहीं दीदी ने अपनी पार्टी का मंच बना दिया। यह लोकतंत्र विरोधी कार्य है। मैं बहुत दिन से देख रहा हूं देश भी देख रहा है। देखते हैं दीदी रैली होने देती हैं या नहीं। बस चले तो हेलिकाप्टर न उतरने दे। परसों कोलकाता में अमित शाह की रैली में ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड दी। ईश्वर चंद्र भारत की महान विभूति हैं। वह गरीबों और दलितों के संरक्षक भी थे।